Cyclone Dana का नाम किसने किया तय और क्या होता है इसका अर्थ, जानिए सब डिटेल
ओडिशा और बंगाल इस वक्त हाईअलर्ट मोड पर है। Cyclone Dana से निपटने के लिए राज्यों की सरकारें बचाव कार्य में जुट चुकी हैं। इस चक्रवात का नाम सऊदी अरब ने दिया है। इसका अर्थ होता है उदारता। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के मुताबिक चक्रवात का नाम तय करने से उन पर नजर रखना और उनसे बचाव कार्य के लिए रूपरेखा बनाने में आसानी मिलती है।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। बंगाल से ओडिशा तक इस वक्त हाईअलर्ट मोड में है। इसकी वजह है चक्रवात ‘दाना’। बंगाल की खाड़ी में बना यह तूफान शाम तक ओडिशा के तट से टकराने वाला है। इसकी रफ्तार 110- 120 किलोमीटर बताई जा रही है। इस भयानक तूफान से निपटने के लिए दोनों राज्यों की सरकारें पहले ही बचाव कार्य में जुट गई हैं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीमें सतर्क हो गई हैं। इसके अतिरिक्त, सेना, नौसेना और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमें भी तैयारी में जुटी हुई हैं। इसी क्रम में आइए जानते हैं इस चक्रवात ‘दाना’ का नाम किसने तय किया है और इस नाम का अर्थ क्या होता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
चक्रवात दाना को यह नाम सऊदी अरब ने दिया है। दाना एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है 'उदारता'।विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के मुताबिक, दाना का नाम कतर ने सुझाव दिया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, WMO का कहना है कि उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को नाम देने से विशिष्ट तूफानों पर नज़र रखना और चर्चा करना अधिक आसान हो जाता है, खासकर जब कई तूफान एक साथ सक्रिय होते हैं।
2000 में हुई थी नाम देने की शुरुआत मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2000 में WMO/ESCAP (वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल आर्गनाइजेश/ यूनाइटेड नेशनस इकोनॉमिक्स एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड Pacific) के तहत चक्रवातों के नामकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। शुरुआती दौर में केवल आठ देशों ने इस प्रक्रिया में भाग लिया था, जिनके नाम- बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड। हालांकि, 2018 में, पांच और देश, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन भी इस लिस्ट में शामिल हो गए थे।
नाम तय करते वक्त इन नियमों का रखन होता है ध्यान देशों को चक्रवात का नाम तय करने के लिए कड़े नियमों का पालन करना होता है। इस दौरान देशों को इस बात का ध्यान रखना होता है कि उनके द्धारा सुझाए गए नाम, किसी भी राजनीतिक हस्तियों, धार्मिक या किसी विवादास्पद प्रकृति की किसी भी चीज़ से जुड़े या जुड़े नहीं होने चाहिए।ओडिशा सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा हुई स्थगित
ओडिशा लोक सेवा आयोग (OPSC) ने ओडिशा सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023-24 स्थगित कर दी है। यह परीक्षा 27 अक्टूबर को आयोजित होने वाली थी। आयोग द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, परीक्षा की संशोधित तिथि एक सप्ताह के बाद जारी की जाएगी। इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।