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Exam Preparation Tips: स्पेशल क्लासेस ज्वाइन करने की सोच रहे हैं तो पहले जानें इसके फायदे और नुकसान

परीक्षा की बेहतर तैयारी करने के साथ-साथ जरूरी है कि रिवीजन और भी बेहतर किय जाए। इसलिए जो कैंडिडेट्स स्पेशल क्लासेस को ज्वाइन करने के बारे में सोच रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि वे एक बार यह सुनिश्चित कर लें कि उनके पास अतिरिक्त कक्षाओं के साथ-साथ रिवीजन करने के लिए पर्याप्त समय है तभी ये क्लास ज्वाइन करें।

By Nandini Dubey Edited By: Nandini Dubey Updated: Tue, 05 Mar 2024 03:31 PM (IST)
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Exam Preparation Tips: स्पेशल क्लासेस ज्वाइन करने की सोच रहे हैं तो पहले जानें इसके फायदे और नुकसान (Image-freepik)
करियर डेस्क, नई दिल्ली। इस महीने कई अहम परीक्षाएं होनी हैं। इनमें, सीयूईटी पीजी, जेईईसीयूपी, यूपी पीसीएस प्रीलिम्स,एचपी पीजीटी, नीट एमडीएस समेत कई अन्य एग्जाम शामिल हैं। इन सभी एग्जाम के लिए अब तक कैंडिडेट्स ने तैयारियां भी पूरी कर ली होंगी। हालांकि, फिर भी कई बार ऐसा होता है कि अंतिम समय में कुछ न कुछ डाउट रह जाते हैं या फिर कोई टॉपिक ठीक तरह से क्लीयर नहीं होता तो उसके लिए अक्सर उम्मीदवार स्पेशल क्लासेस का रूख करते हैं। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो, आज हम इन्हीं कक्षाओं को ज्वाइन करने के फायदे और नुकसान करने के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।

(Image-freepik)

ये हो सकते हैं फायदें और नुकसान

स्पेशल क्लासेस को अटेंड करने से आपके डाउट क्लीयर होते हैं। अगर कोई भी सब्जेक्ट या टॉपिक आपको अभी तक क्लीयर नहीं है तो इन कक्षाओं में आसानी से समझा जा सकता है। हालांकि, इन कक्षाओं के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं। इसकी वजह यह है कि कई बार ऐसा होता है कि अंतिम समय में पूरा कोर्स करवर करने की होड़ में कैंडिडेट्स ये कक्षाएं ज्वाइन तो कर लेते हैं लेकिन बाद में उनके पास रिवीजन तक के लिए समय ही नहीं बचता है। उनका समय इन्हीं क्लासेस को अटेंड करने में चला जाता है। इसलिए पहले यह देख लें कि इन कक्षाओं को अटेंड करने के बाद आपके पास सेल्फ स्टडी के लिए वक्त बच रहा है या नहीं। अगर ऐसा है तो बहुत अच्छी बात है और अगर ऐसा नहीं है तो फिर आपको अपने फैसले पर सोचने की जरूरत है। 

रिवीजन है बेहद जरूरी 

स्टूडेंट्स इस बात को न भूलें कि अंतिम समय में किसी नए टॉपिक को समझने से आमतौर पर बेहतर रहता है कि पढ़े हुए टॉपिक को रिवाइज किया जाए। इसलिए इस बात का ध्यान रखें और कोशिश करें कि अब तक, जितना पढ़ा है वे अच्छी तरह से आपको क्लीयर हो।      

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