कैसे बनते हैं ओले और किन परिस्थितियों में ये आसमान से गिरते हैं नीचे, पढ़ें सब डिटेल यहां
बर्फ के टुकड़े या ओले जमीन पर तब गिरते हैं जब इनका वजन ज्यादा हो जाता है। ऐसे समय में धरती का गुरुत्वाकर्षण उन्हें नीचे की ओर खींचता है। इसके बाद ओलावृष्टि होती है। ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान होता है। कई बार तो किसानों की फसलों को लंबा नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं ओले के साथ आई तेज आंधी से आम जन-जीवन भी बेहद प्रभावित होता है।
एजुकेशन डेस्क। भारी उमस और चिपचिपी गर्मी के बाद, जब भी बारिश होती है तो निश्चित तौर पर यह बहुत राहत पहुंचाती है। हालांकि, इस बरसात के साथ-साथ कई बार ऐसा भी होता है कि आसामान से बर्फ के टुकड़े भी गिरते हैं, जिन्हें हम ओले के नाम से जानते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि यह कैसे बनते हैं और क्यों हल्की या झमाझम बारिश के साथ आसामान से जमीन पर आकर गिरते हैं। अगर नहीं, तो हम आपको इसके बारे में ही विस्तार से बताने जा रहे हैं।
नदियों, तालाबों, समुद्रों आदि का पानी भाप बनकर आसमान में वर्षा का बादल बनाता है और यही बादल बारिश करते हैं। हालांकि, जब, आसमान में तापमान शून्य से कई डिग्री कम हो जाता है तो वहां मौजूद हवा में नमी पानी की छोटी-छोटी बूंदों के रूप में जमने लगती हैं। धीरे-धीरे ये इस कदर जमने लगती है कि बर्फ के टुकड़े या फिर गोलों का रूप ले लेती हैं। इनको ही ओले कहा जाता है।
कैसे गिरते हैं जमीन पर
ये बर्फ के टुकड़े या ओले जमीन पर तब गिरते हैं, जब इनका वजन ज्यादा हो जाता है। ऐसे समय में धरती का गुरुत्वाकर्षण उन्हें नीचे की ओर खींचता है। इसके बाद ओलावृष्टि होती है। ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान होता है। कई बार तो किसानों की फसलों को लंबा नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं, ओले के साथ आई तेज आंधी से आम जन-जीवन भी बेहद प्रभावित होता है।
अमेरिका में हुई भयावह ओलावृष्टि
अमेरिका में साल 2010 में भयावह ओलावृष्टि हुई थी। उस वक्त 7.87 यानि 20 सेंटीमीटर मोटाई वाले ओले के टुकड़े गिरे, जिनका वजन एक किलो से कुछ ही कम था। वहीं, इस साल भी अमेरिका के मिसिसिपी में तेज बारिश के बीच गोल्फ बॉल जितने बड़े ओले गिरे थे। इसके चलते हजारों लोगों के घरों की बिजली चली गई।
भारी बारिश की है चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में 26 अगस्त, 2023 तक भारी बरसात होने के आसार हैं। वहीं, आज से 25 अगस्त, 2023 तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बादल के जमकर बरसने के आसार हैं। वहीं, राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हल्की और भारी बारिश के आसार जताए हैं। हालांकि, पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।