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IAS Success Story: दसवीं में थर्ड डिवीजन लाने वाला यह शख्स बना आईएएस, पढ़ें इनकी कहानी

IAS Success Story इस IAS अफसर का नाम अवनीश शरण हैं। वह बिहार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने यहां से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। इस दौरान दसवीं में 44.7 पर्सेंट और 12वीं में 65 पर्सेंट अंक आए थे। इसके बाद उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की थी।

By Nandini DubeyEdited By: Nandini DubeyUpdated: Fri, 17 Feb 2023 04:45 PM (IST)
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IAS Success Story: आईएएस अवनीश शरण की दसवीं कक्षा में 45 फीसदी से कम अंक आए थे।
एजुकेशन डेस्क। IAS Success Story: आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि दसवीं, बारहवीं के अंकों से ही आगे भविष्य तय होता है। अगर इन कक्षाओं में बेहतर अंक आ गए तो आगे के लिए बेहतर रास्ते खुल जाते हैं। हालांकि, इस आईएएस की कहानी तो कुछ और ही कहती है। बिहार से ताल्लुक रखने वाले इस IAS अफसर के दसवीं कक्षा में 45 फीसदी से भी कम अंक आए थे। इसके साथ ही वे राज्य स्तर पर होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कई बार फेल हो गए थे, लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। ये अफसर की कड़ी मेहनत का नतीजा था कि कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता मिलने के बावजूद भी उन्होंने देश की सबसे मुश्किल परीक्षा में शुमार UPSC एग्जाम क्रैक किया। आइए जानते हैं कैसे किया उन्होंने ये सबकुछ।

बिहार से रखते हैं ताल्लुक

इस IAS अफसर का नाम अवनीश शरण हैं। वह बिहार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने यहां से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। इस दौरान दसवीं में 44.7 पर्सेंट और 12वीं में 65 पर्सेंट अंक आए थे। इसके बाद उन्होंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की थी।

राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में मिली कई बार असफलता

कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं देनी शुरू की थीं, लेकिन वे असफल रहे। वह भी कोई एक, दो बार नहीं बल्कि दस बार वह विभिन्न परीक्षाओं में फेल हो गए थे, लेकिन ये उनका हौसला और हिम्मत ही तो था जिसने उन्हें इतनी बड़ी नाकामयाबी देखने के बाद भी टूटने नहीं दिया।

UPSC एग्जाम में पहले प्रयास में मिली असफलता

IAS अवनीश शरण ने अन्य राज्य स्तर की परीक्षाओं के देने के साथ-साथ यूपीएससी की सिविल परीक्षा का भी दी। हालांकि पहले प्रयास में केवल प्रीलिम्स और मेंस एग्जाम क्रैक कर पाएं और इंटरव्यू में उन्हें कामयाबी नहीं मिली।

फिर मिली सफलता

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा सहित अन्य परीक्षाओं में कई बार असफलता मिलने के बाद फाइनली अब उनका सपना पूरा हो चुका था। इस बार उन्होंने यूपीएससी के सभी चरण प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू सभी लेवल में सक्सेस हासिल की थी और इस तरह वे आईएएस अधिकारी बन चुके थे।