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उत्तर प्रदेश में कैसे बन सकते हैं डिप्टी कलेक्टर, यहां से पाएं चयन से लेकर योग्यता की पूरी जानकारी

हमारे देश में डिप्टी कलेक्टर के पद को समाज में अच्छी नजरों से देखा जाता है। अगर आप भी उत्तर प्रदेश राज्य से आते हैं और डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना देख रहे हैं तो सबसे पहले जरूरी है कि आप इसके लिए योग्यता को पूरा करें। इस पद पर आवेदन के लिए उम्मीदवार का न्यूनतम 21 वर्ष होने के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है।

By Amit YadavEdited By: Amit YadavUpdated: Wed, 10 Jan 2024 04:26 PM (IST)
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UPPSC PCS: उत्तर प्रदेश में डिप्टी कलेक्टर बनने की पूरी जानकारी यहां से करें प्राप्त। (Image-freepik)
करियर डेस्क, नई दिल्ली। हमारे देश में सरकारी नौकरी को एक अलग नजर से देखा जाता है और अगर सरकारी नौकरी प्रशासनिक पोस्ट की हो तो समाज में उनकी अलग ही पहचान होती है। हर कोई प्रशासनिक पद पर नौकरी करना चाहता है ताकि वे समाज में नाम के साथ अच्छी सैलरी भी प्राप्त कर सकें। इसी में से एक पद डिप्टी कलेक्टर का होता है जो अहम पहचान रखता है।

अगर आप उत्तर प्रदेश राज्य में रहते हैं और डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते तो यह पद आपके लिए उपयोगी है। हम यहां इस पद से संबंधित सभी जानकारी प्रदान कर रहे हैं जिसको पढ़कर आप इस ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं।

क्या होता है डिप्टी कलेक्टर

डिप्टी कलेक्टर एक प्रशासनिक पद है जिसकी पोस्टिंग सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) या सब डिविजनल ऑफिसर (SDO) के रूप में की जाती है। डिप्टी कलेक्टर का काम जिला स्तर पर जिला कलेक्टर की सहायता करने का होता है। यह जिला कलेक्टर के अंतर्गत विभिन्न प्रशासनिक कार्यों के प्रबंधन का कार्यभार देखता है। इसके अलावा डिप्टी कलेक्टर के पद रेवेन्यू से संबंधित पावर होती हैं।

कैसे बन सकते हैं डिप्टी कलेक्टर

उत्तर प्रदेश में डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए आपको उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPCS) की परीक्षा में भाग लेना होता है। इस पद पर भर्ती के लिए प्रतिवर्ष यूपीपीसीएस की ओर से उत्तर प्रदेश संयुक्त राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है।इसमें शामिल होने के लिए आपको सबसे पहले ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद उम्मीदवारों को तीन चरणों- प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा एवं इंटरव्यू से होकर गुजरना होता है।

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पहले उम्मीदवारों को प्रीलिम एग्जाम में निर्धारित कटऑफ अंक प्राप्त करना होगा। जो अभ्यर्थी प्रीलिम एग्जाम में तय अंक प्राप्त कर लेंगे वे मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई माने जाएंगे। इसके बाद मेंस एग्जाम का आयोजन किया जायेगा और इसमें सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार अलगे चरण इंटरव्यू में भाग लेने के पात्र होंगे। अंत में अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में भाग लेना होगा जिसके बाद अभ्यर्थियों की फाइनल लिस्ट तैयार की जाएगी। फाइनल लिस्ट में जगह प्राप्त करने वाे उम्मीदवारों को डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

योग्यता एवं मापदंड

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए उम्मीदवारों का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष एवं अधिकतम आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी से आने वाले उम्मीदवारों को ऊपरी आयु में छूट नियमानुसार प्रदान की जाएगी।

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