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डिजिटल मार्केटिंग कोर्स और डाटा एनालिसिस सहित इन क्षेत्रों में है बेहतरीन करियर ग्रोथ का मौका, जानें डिटेल

महामारी के बाद की दुनिया में बहुत सारे प्रोडक्ट और सíवस मार्केट स्ट्रेटेजी डिजिटल मोड में शिफ्ट हो गई है। यह समय की मांग भी है। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग की अहमियत बढ़ गई है। इसके तहत डिजिटल बिजनेस एनालिसिस कंटेंट मार्केटिंग एसईओ समेत अन्य चीजें सिखाई जाती हैं।

By Nandini DubeyEdited By: Updated: Sat, 09 Jan 2021 04:29 PM (IST)
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महामारी के बाद की दुनिया में बहुत सारे प्रोडक्ट और सíवस मार्केट स्ट्रेटेजी डिजिटल मोड में शिफ्ट हो गई है।
महामारी के बाद की दुनिया में बहुत सारे प्रोडक्ट और सíवस मार्केट स्ट्रेटेजी डिजिटल मोड में शिफ्ट हो गई है। यह समय की मांग भी है। इसलिए डिजिटल मार्केटिंग की अहमियत बढ़ गई है। इसके तहत डिजिटल बिजनेस एनालिसिस, कंटेंट मार्केटिंग, एसईओ समेत अन्य चीजें सिखाई जाती हैं। इसके अलावा, अब आर्गेनाइजेशन ऐसे लोगों को नौकरी पर रख रहे हैं जो डिजिटल मार्केटिंग स्किल से उनके ऑनलाइन प्रमोशनल और सेल्स कैंपेन में मदद कर सकें। बहुत सारे आर्गेनाइजेशन अपने कर्मचारियों को डिजिटल मार्केटिंग स्किल बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं, जबकि अन्य आर्गेनाइजेशन ऐसे नये लोगों को नौकरी पर रख रहे हैं। यही कारण है कि हाल के महीनों में डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित कोर्स की मांग में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है। अपने बायोडाटा में डिजिटल मार्केटिंग कोर्स को जोड़ने से आपके पास वर्तमान जॉब मार्केट में लंबी छलांग लगाने का अच्छा मौका है। 

सीखें डाटा एनालिसिस:

एक डिजिटल अर्थव्यवस्था में डाटा एनालिसिस आर्गेनाइजेशन को मार्केट को बेहतर ढंग से समझने, भविष्यवाणी और उसके अनुसार योजना बनाने के लिए एक उपयोगी स्ट्रेटेजी बनानी होती है। डाटा एनालिस्ट द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट और अनुमानित डाटा एनालिसिस बिजनेस ऑपरेशन, प्रोडक्ट डेवलपमेंट और स्ट्रेटेजी में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं। डाटा एनालिस्ट की मांग हाल के दिनों में काफी बढ़ी है।

क्रिएटिव स्किल: क्रिएटिविटी कभी भी ‘आउट ऑफ फैशन’ नहीं होती है। यह हमेशा आपमें क्रिएटिव विचार को बढ़ावा देती है। भीड़भाड़ वाले मार्केट स्पेस में क्रिएटिव तरीके से किसी चीज को पेश करने या अपने आइडिया और विचारों को व्यक्त करने की क्षमता आपको महत्वपूर्ण रूप से अलग बनाती है। इसलिए यह जरूरी है कि अपने क्रिएटिव पहलू को लगातार बढ़ाते रहें, क्रिएटिव कम्युनिकेशन स्किल, क्रिएटिव पावर, मार्केटिंग स्किल और क्रिएटिव राइटिंग स्किल को बढ़ाएं ताकि आप इस प्रतिस्पर्धी मार्केट में अपनी जगह बना सकें। अपना समय पढ़ने, क्रिएटिव राइटिंग स्किल या फोटोग्राफी सीखने में बिताएं ताकि बायोडाटा प्रभावशाली बन सके।

सीखें नयी भाषा: ऐसा देखा गया है कि जब आपको एक अतिरिक्त भाषा आती है तो यह आपकी स्किल को एक नयी धार देती है। यह आपको औरों से अलग बनाती है। नयी भाषा सीखना न केवल आपकी स्किल और क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि यह आपके दिमाग को भी तेज करता है और नये आइडिया को सोचने के लिए आपको और ज्यादा फोकस प्रदान करता है। लेकिन कौन-सी भाषा आपको सीखनी चाहिए, यह भी बहुत महत्वपूर्ण है। जैसे हाल के दिनों में जापान सहित कई देशों द्वारा स्किल्ड भारतीय युवाओं को जॉब देने में प्राथमिकता दी जा रही है। ऐसे में अगर उस देश की भाषा जानते हैं, तो वहां अच्छा अवसर मिल सकता है। कोई भी भाषा सीखने का निर्णय इस पर निर्भर करता है कि आपके काम का मुख्य एरिया क्या है। ऐसी भाषा सीखें जो आपके कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो। उदाहरण के लिए यदि आपका कार्यक्षेत्र आपको एक यूरोपीय देश में ले जा सकता है, तो आपको एक यूरोपीय भाषा सीखने पर विचार करना चाहिए। अगर आप उत्तर भारतीय हैं और आप अपना करियर दक्षिण भारत में बनाना चाहते हैं तो आपको संबंधित दक्षिण भारतीय राज्य की भाषा को सीखने पर विचार करना चाहिए।

ग्राफिक डिजाइनिंग: ग्राफिक डिजाइनिंग ऐसी स्किल है जिसकी मांग इस समय बहुत ज्यादा है। ग्राफिक डिजाइनिंग इसलिए की जाती है ताकि आप अपने कांसेप्ट को एक विजुअल रूप दे सकें जो अच्छी तरह से लोगों की समझ में आए और देखने वाले को आकर्षति करें। इंफोग्राफिक और विजुअल अपील्स के जमाने में कंटेंट अब केवल शब्दों तक ही सीमित नहीं रहता है। अब कंटेंट विजुअल एलिमेंट, इंफॉर्मेटिव चित्र, चार्ट, स्टैटिस्टिक्स में पेश होने लगा है। इन एलिमेंट्स को सजाकर रचनात्मक तरीके से पेश करना ग्राफिक डिजाइनर का काम होता है। अगर आपके पास क्रिएटिव माइंड है, तो आप ग्राफिक डिजाइन कोर्स कर सकते हैं। इससे आपको अपने लिए एक नया करियर ऑप्शन तैयार करने में मदद मिल सकती है।

कोविड-19 के चलते इकोनॉमी में आए उतार-चढ़ाव से नौकरियों की कार्यशैली में नाटकीय बदलाव देखा जा रहा है। वर्कस्पेस में बहुत ज्यादा डिजिटलीकरण, हायरिंग के तरीके में बदलाव और डिजिटल सíवस की बढ़ोत्तरी होने से अब कर्मचारियों से कई तरह की स्किल की अपेक्षा की जाने लगी है। नये साल में बदली परिस्थितियों के बीच अगर आप भी पढ़ाई पूरी करके नौकरी तलाश रहे हैं, तो आपको यहां बताई जा रही कुछ जरूरी बातों से मदद मिल सकती है

बड़ा बिजनेस के फाउंडर एवं सीईओ डॉ. विवेक बिंद्रा ने बताया कि तेजी से बदलती दुनिया में एक ही स्किल अब काम नहीं आने वाली है। डायनामिज्म, क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम को हल करने की क्षमता आज के प्रोफेशनल्स के लिए महत्वपूर्ण एलिमेंट हैं। अगर आप एंटरप्रेन्योर हैं और अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो एक प्रोफेशनल बिजनेस ट्रेनिंग कोर्स को करने से आपको अपना व्यापार बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। यह आपके बायोडाटा में एक नया आयाम भी जोड़ेगा। बिजनेस स्किल ट्रेनिंग कोर्स से प्रोफेशनल को जरूरी फाइनेंशियल मैनेजमेंट, लीडरशिप, समस्या को सुलझाने की स्किल और टाइम मैनेजमेंट को समझने में मदद मिलती है। यह एंटरप्रेन्योर और मैनेजर दोनों को जरूरी स्किल सीखने में मदद करता है।