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BHU Admission 2022: बीएचयू में सीयूईटी के जरिए यूजी में दाखिले की प्रक्रिया शुरू, 3 अक्टूबर तक करें आवेदन

BHU Admission 2022 देश भर की सेंट्रल यूनिवर्सिटीज के यूजी प्रोगाम में दाखिले के लिए इस बार सीयूईटी यानी कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन किया गया है। इस बार ग्रेजुएशन प्रोगाम में एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स को इसी स्कोर के आधार पर दाखिला दिया जा रहा है।

By Nandini DubeyEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 10:12 AM (IST)
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बीएचयू में यूजी के विभिन्न प्रोगाम में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नई दिल्ली, एजुकेशन डेस्क। BHU Admission 2022: देश की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में शुमार बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University) में अंडरग्रेजुएट प्रोगाम में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब ऐसे में, जो कैंडिडेट्स कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से ( Common University Admission Test or CUET UG 2022) परीक्षा में सफल हुए थे, वे छात्र-छात्राएं बीएचयू में यूजी के विभिन्न प्रोगाम में दाखिले के लिए आधिकारिक वेबसाइट bhuonline.in पर जाकर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्र-छात्राएं इस बात का ध्यान रखें कि यूजी के विभिन्न कोर्सेज में केवल वही कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं, जिन्होंने सीयूईटी यूजी परीक्षा में सफलता पाई हो।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक (Examinations, Banaras Hindu University Controller) ने मीडिया रिपोर्ट्स में कहा कि, वे सभी उम्मीदवार, जो NTA द्वारा आयोजित सीयूईटी 2022 में उपस्थित हुए हैं और शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने के इच्छुक हैं। वे बीएचयू प्रवेश पोर्टल bhuonline.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। कैंडिडेट्स पंजीकरण पोर्टल 03.10.2022 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे अपडेट और प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए नियमित रूप से अपने ईमेल और विश्वविद्यालय की वेबसाइट देखते रहें, जिससे उन्हें ताजा अपडेट मिल सके।

कई राउंड में हुई थी परीक्षा 

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) का पहला संस्करण आयोजित किया था। यह एग्जाम इस साल जुलाई और अगस्त के महीने में विभिन्न चरणों में हुआ था। इस दौरान कई तकनीकी समस्याओं के चलते परीक्षा को स्थगित भी करना पड़ा था। इसके बाद अन्य तिथियों में परीक्षा का आयाेजन किया गया था। वहीं इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष ने हाल ही में कहा था कि रैंक सूची होगी विश्वविद्यालयों द्वारा नॉर्मलाइज्ड अंकों के आधार पर तैयार किया जाना चाहिए न कि पर्सेंटाइल या Raw अंकों के आधार पर।