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अब वर्ष में दो बार होंगी बोर्ड परीक्षाएं, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की घोषणा, शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से लागू

ऐसे में केंद्रीय बोर्डों (CBSE CISCE) के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्डों से सम्बद्ध स्कूलों में वर्ष 2023-24 के दौरान कक्षा 8 और कक्षा 10 में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में क्रमश 10वीं और 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में दो बार आयोजित की जाएंगी। दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित किए जाने का निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 से प्रेरित है।

By Rishi Sonwal Edited By: Rishi Sonwal Updated: Wed, 21 Feb 2024 08:04 AM (IST)
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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा न्यू करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) की घोषणा पिछले वर्ष की गई थी। (File Photo)
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। अगले वर्ष बोर्ड परीक्षाएं देने जा रहे देश भर के स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि अब बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाएगा। यह व्यवस्था शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से लागू होगी। ऐसे में केंद्रीय बोर्डों (CBSE, CISCE) के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्डों से सम्बद्ध स्कूलों में वर्ष 2023-24 के दौरान कक्षा 8 और कक्षा 10 में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में क्रमश: 10वीं और 12वीं के लिए बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में दो बार आयोजित की जाएंगी।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्रेरित है कदम

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार, 19 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ में प्राइम मिनिस्टर स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (PM SHRI) योजना की शुरूआत करते हुए जानकारी दी कि वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित किए जाने का निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 से प्रेरित है। राज्य के रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि NEP में स्टूडेंट्स के उपर शैक्षिक तनाव को कम करने की दिशा में कदम उठाए जाने के सुझाव दिए गए हैं।

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बेस्ट स्कोर होगा फाइनल

इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा न्यू करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) की घोषणा पिछले वर्ष की गई थी। इसके अनुसार वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाएं लागू किया जाएगा ताकि स्टूडेंट्स को तैयारी का पर्याप्त समय मिले और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें। दो बार बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले स्टूडेंट्स के दोनों में से बेस्ट स्कोर को फाइनल रखने की छूट होगी। शिक्षा मंत्री ने समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं से पूछा कि क्या वे सरकार के इस फैसले से खुश हैं और उन्हें बताय कि वे बेस्ट मार्क्स को ही अंतिम मान सेकेंगे।