Move to Jagran APP

BTS 10th Anniversary: दुनिया भर को अपना दीवाना बना चुके बीटीएस बैंड के आज पूरे हुए दस साल, जानें इनके बारे में

BTS 10th Anniversary इन्हें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति द्वारा कोरियन संस्कृति और संगीत को विश्व भर में प्रचार प्रसार करने और इनके योगदान के लिए “ऑर्डर ऑफ द कल्चरल मेरिट” (Order of Cultural Merit) पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

By Nandini DubeyEdited By: Nandini DubeyUpdated: Wed, 14 Jun 2023 05:22 PM (IST)
Hero Image
BTS 10th Anniversary: म्यूजिक के शौकीन लोगों के बीच बीटीएस बैंड काफी लोकप्रिय है।
एजुकेशन डेस्क। BTS 10th Anniversary: म्यूजिक के शौकीन लोगों के बीच बीटीएस बैंड काफी लोकप्रिय है। स्कूल, कॉलेज हो या फिर ऑफिस जाने वाले युवा आज लगभग हर किसी की जुंबा पर बीटीएस बैंड के गाने हैं। आज के यंगस्टर्स न केवल इनके सॉन्ग और म्यूजिक को काफी पसंद करते हैं। बल्कि इनके स्टाइल और फैशन से भी काफी प्रभावित हैं। यह दीवानगी केवल भारत में ही देखने को नहीं मिलती है। भारत के अलावा BTS बैंड पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना चुका है। इनके प्रशंसकों की संख्या करोड़ों में हैं। वहीं, आज यानी कि 10 जून, 2023 को यह बैंड अपना दसवां साल मना रहा है। इस बैंड को आज दस साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर आइए जानते हैं इस बैंड के बारे में।

BTS Band दक्षिण कोरिया का एक म्यूजिक बैंड हैं। इसे बंगटन सोनीओंडन ( Bangtan Sonyeondan) के नाम से भी जाना जाता है। इस म्यूजिक बैंड में 7 लड़के शामिल हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि ये सभी अपने सॉन्ग खुद ही लिखते हैं और खुद ही इनका प्रोडक्शन भी करते हैं।

कब आया पहला गाना

इनका बैंड का पहला सॉन्ग "नो मोर ड्रीम्स" साल 2013 को आया था। यह गीत 12 जून, 2013 को आए पहले अलबम 2 कुल 4 स्कूल" का था।

कौन-कौन हैं इस बैंड में

बीटीएस में बतौर सदस्य मिन योंगी(Min Yoongi), जंग होसोक(Jung Ho Seok), किम नामजून(Kim Namjoon), किम सोकजिन(Kim Seokjin), पार्क जिमिन(Park Jimin), किम तेह्युंग(Kim Taehyung), जीन जुंगकुक(Jeon Jungkook) हैं।

मिल चुके हैं ढेरों अवॉर्ड्स

देश और दुनिया भर में छाए इस बैंड को अब तक ढेरों अवॉर्ड मिल चुके हैं। इतना ही नहीं इसके नाम 23 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं। इन्हें दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति द्वारा, कोरियन संस्कृति और संगीत को विश्व भर में प्रचार प्रसार करने और इनके योगदान के लिए “ऑर्डर ऑफ द कल्चरल मेरिट” (Order of Cultural Merit) पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।