CBSE 12th Result 2021: 30 जून तक 11वीं के मार्क्स अपलोड करने के सीबीएसई बोर्ड ने स्कूलों को दिये निर्देश
CBSE 12th Result 2021 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश भर के सम्बद्ध स्कूलों से कहा है कि वे सीनियर सेकेंड्री रिजल्ट तैयार करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत अपने स्टूडेंट्स कक्षा 11 के मार्क्स को 30 जून तक अपलोड कर दें।
By Rishi SonwalEdited By: Updated: Mon, 28 Jun 2021 03:27 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। CBSE 12th Result 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश भर के सम्बद्ध स्कूलों से कहा है कि वे सीनियर सेकेंड्री रिजल्ट तैयार करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत अपने स्टूडेंट्स कक्षा 11 के मार्क्स को 30 जून तक अपलोड कर दें। साथ ही, बोर्ड ने स्कूलों को प्रैक्टिकल या प्रोजेक्ट के मार्क्स को 5 जुलाई तक अपलोड करने को कहा है। बोर्ड ने सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2021 तैयार करने के लिए निर्धारित ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया के जरूरी इंटर्नल एसेसमेंट के मार्क्स को अपलोड करने के लिए कॉम्प्रीहेंसिव रिजल्ट टेबुलेशन पोर्टल हाल ही में 21 जून 2021 को लांच का है। स्कूलों को अपने स्टूडेंट्स के 11वीं मार्क्स को इसी रिजल्ट टेबुलेशन पोर्टल इस महीन के आखिर तक अपलोड करने के निर्देश बोर्ड द्वारा दिये गये हैं।
स्कूलों को अपने स्टूडेंट्स के इंटर्नल एसेसमेंट्स के अंकों को टेबुलेशन पोर्टल पर अपलोड करने के लिए जारी समय-सीमा के अनुसार स्टूडेंट्स के विवरणों को 28 जून तक कन्फर्म करना होगा। हालांकि, कक्षा 12 के इंटर्नल एसेसमेंट के मार्क्स अपलोड करने के लिए बोर्ड द्वारा समय-सीमा फिलहाल अभी जारी नहीं की गयी है।
सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 31 जुलाई तक
सीबीएसई बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय में हुई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान मामले की सुनवाई कर रही खण्डपीठ को सूचित किया गया था कि सीबीएसई 12वीं रिजल्ट 2021 की घोषणा 31 जुलाई तक कर दी जाएगी। इसके बाद से ही सीबीएसई बोर्ड द्वारा कक्षा 12 की रद्द परीक्षाओं के लिए ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया के अनुसार स्कूलों को स्टूडेंट्स के मार्क्स के टेबुलेशन के लिए पहले पॉलिसी जारी की गयी और उसके बाद मार्क्स अपलोड करने के लिए टेबुलेशन पोर्टल लांच किया गया।
दूसरी तरफ, सीबीएसई बोर्ड द्वारा स्टूडेंट्स के इंटरर्नल एसेसमेंस के मार्क्स को अपलोड करने के लिए स्कूलों को दिये गये कम समय को विशेषज्ञों ने सही माना है। इनके अनुसार कम अवधि मिलने से स्कूलों के स्तर पर स्टूडेंट्स के मार्क्स में किसी भी प्रकार की कमी की आशंका नहीं रह जाएगी।