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Study Tips: कैसे चुनें अपनी पसंद का विषय, पढ़ाई के दौरान मन के भटकाव से कैसे बचें

संघ लोक सेवा आयोग (यू.पी.एस.सी.) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिये अभ्यर्थियों को इसके प्रत्येक चरण (प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) के लिये अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है। कैसे करें सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी? बताएंगे वरिष्‍ठ करियर काउंसलर अरुण श्रीवास्‍तव-

By Jagran NewsEdited By: Babli KumariUpdated: Thu, 23 Mar 2023 10:49 AM (IST)
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कैसे चुनें अपनी पसंद का विषय (प्रतीकात्मक फोटो)
एजुकेशन डेस्क। सिविल सेवा देश की सबसे प्रतिष्ठत सेवा मानी जाती है। इसमें नियुक्ति के लिए संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) हर वर्ष अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा का आयोजन करता है। इस परीक्षा के आधार पर ही आईएएस, आईपीएस, आईएफएस तथा एलायड सर्विसेज के क्लास वन अधिकारी चुने जाते हैं।

संघ लोक सेवा आयोग (यू.पी.एस.सी.) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिये अभ्यर्थियों को इसके प्रत्येक चरण (प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) के लिये अलग-अलग रणनीति बनानी पड़ती है। कैसे करें सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी? कैसे करें पढ़ाई? बताएंगे वरिष्‍ठ करियर काउंसलर अरुण श्रीवास्‍तव- 

प्रश्न : मैं बीटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) प्रथम वर्ष का छात्र हूं। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना चाहता हूं। कृपया बताएं कि मुझे कौन-कौन से विषय लेने चाहिए और तैयारी किस तरह करनी चाहिए?

-पुनीत दलाल, ईमेल से

उत्तर- सिविल सेवा परीक्षा के दूसरे चरण यानी मुख्य परीक्षा में अनिवार्य विषयों के अलावा एक ही ऐच्छिक विषय लेना होता है, जिसके दो प्रश्नपत्र होते हैं। यह विषय आपके स्नातक (बीटेक) का भी हो सकता है। हालांकि ऐसा करना अनिवार्य नहीं है। आप संघ लोक सेवा आयोग की सूची से अपनी पसंद का कोई भी ऐच्छिक विषय चुन सकते हैं। मेरे विचार से आपको वही विषय चुनना चाहिए, जिसमें आपकी सबसे अधिक रुचि हो।

हालांकि कुछ विषय ऐसे होते हैं, जिसका काफी हद तक सामान्य अध्ययन (प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में) के प्रश्नपत्र में भी लाभ मिलता है। इनमें भूगोल, इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान आदि विषय शामिल हैं। इन सभी पहलुओं पर विचार करके आपको विषय का चुनाव करना चाहिए। जहां तक तैयारी की बात है तो उक्त विषय की तैयारी के लिए स्नातक स्तर की प्रामाणिक संदर्भ पुस्तकों की सहायता लेनी चाहिए।

प्रश्न: मैं बीआर्क कर रहा हूं। पिताजी चाहते थे कि मैं बीटेक करूं। क्या मेरा निर्णय सही है? क्या बीआर्क के बाद कोई और कोर्स करना पड़ेगा? बीआर्क का भविष्य कैसा है?

-राजीव, ईमेल से

उत्तर- मुझे लगता है कि बीआर्क (बैचलर आफ आर्किटेक्चर) करने का आपका निर्णय गलत नहीं है। आज जिस तरह से महानगरों से लेकर छोटे शहरों, कस्बों, गांवों आदि में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में तेजी से निर्माण कार्य हो रहे हैं, शहरों का अनवरत विस्तार हो रहा है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि आर्किटेक्चर के जानकारों के लिए काम के अच्छे अवसर हमेशा बने रहेंगे।

बीआर्क के बाद आप सरकारी-निजी संस्थानों में अर्बन प्लानर, सिटी प्लानर, लैंडस्केप आर्किटेक्ट, प्रोजेक्ट मैनेजर, प्रोजेक्ट असिस्टेंट आदि के रूप में अवसर तलाश सकते हैं। एमआर्क और एमबीए करके अपनी योग्यता बढ़ाकर आप और अच्छे अवसर प्राप्त कर सकते हैं। अपनी मेहनत और अच्छे प्रदर्शन से पिताजी को भी आश्वस्त करने का प्रयास करें।

प्रश्न: पढ़ाई के दौरान मेरा मन भटकता रहता है। पढ़ते वक्त मेरा मन कहीं और रहता है। कृपया मुझे उचित सुझाव दें।

-गौरव कुमार राय, ईमेल से

उत्तर: सबसे पहले तो आप इस बात पर विचार करें कि आपका मन किस विषय से जुड़े काम में अधिक लगता है, किसमें सबसे अधिक रुचि है? अपनी पसंद-रुचि को जान-समझ कर उससे संबंधित कोर्स करने के बारे में विचार करेंगे, तो शायद उसमें आपका मन लग सकता है।

पढ़ाई रोजगार की सही राह दिखाते हुए उस दिशा में आगे बढ़ने में मदद करती है। यदि आप अपनी पसंद की नौकरी या कोई रोजगार शुरू करना चाहते हैं, तो इसमें पढ़ाई ही आपका समुचित मार्गदर्शन कर सकती है। यदि आप किसी खेल में रुचि रखते हैं, तो उसमें भी स्वयं को आगे बढ़ाने का जतन कर सकते हैं।