Independence Day 2023: 15 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस, जानिए इसके पीछे की खास वजह
Independence Day 2023 पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए पहले डाक टिकट में 15 अगस्त को उसका स्वतंत्रता दिवस बताया गया था। वहीं इस संबंध में पाक के पहले स्वतंत्रता दिवस को संबोधित करते हुए जिन्ना ने कहा था कि 15 अगस्त पाकिस्तान के स्वतंत्रता का जन्मदिन है। हालांकि एक साल बाद यानी कि साल 1948 में पाकिस्तान ने 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस के रुप में घोषित किया था।
एजुकेशन डेस्क। Independence Day 2023: देश भर में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन, हर एक देशवासी आजादी के इस जश्न को बड़ी धूमधाम से मनाता है। इस साल भी इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। स्कूल, कॉलेजों से लेकर शिक्षण संस्थानों सहित अन्य सरकारी संस्थानों में इस पर्व को लेकर तैयारियां तेज हो चुकी है, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आखिर स्वतंत्रता दिवस पंद्रह अगस्त के दिन ही क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे की खास वजह क्या है। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
ब्रिटिश संसद द्वारा 30 जून, 1948 तक लॉर्ड माउंटबेटन को भारत को सत्ता हस्तांतरित करने का आदेश दिया गया था। हालांकि, लॉर्ड माउंटबेटन ने इस तिथि को पहले कर दिया था। उन्होंने इसकी तारीख़ अगस्त 15 अगस्त 1947 मुकर्रर कर दी थी। इस बारे में, राजगोपालाचारी का कहना था कि माउंटबेटन ने आजादी की तारीख को आगे बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया था, जिससे देश में कोई स्थिति न बिगड़े।
इसलिए चुना यह है दिन
माउंटबेटन ने सत्ता ट्रांसफर करने के बाद पंद्रह अगस्त को ही आजादी का चुना और इसके पीछे उन्होंने यह तर्क दिया था कि, इसी दिन द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के दो साल पूरे हो रहे हैं। इसलिए इस दिन को ही आजादी के लिए चुना गया है। इसके बाद से आगे की सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद से यह दिन देश की आजादी का दिन बन गया था।
1948 में में पाक ने की स्वतंत्रता दिवस की घोषणा
पाकिस्तान द्वारा जारी किए गए पहले डाक टिकट में 15 अगस्त को उसका स्वतंत्रता दिवस बताया गया था। वहीं, इस संबंध में पाक के पहले स्वतंत्रता दिवस को संबोधित करते हुए जिन्ना ने कहा था कि, ''15 अगस्त पाकिस्तान के स्वतंत्रता का जन्मदिन है। हालांकि, एक साल बाद यानी कि साल 1948 में पाकिस्तान ने 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस के रुप में घोषित किया था।