Indian Railway: प्रीमियम ट्रेनों में क्यों कम होते हैं कोच, हाई स्पीड के साथ-साथ मिलती है यह सुविधाएं
Indian Railways Premium Train आपको यह पता होगा कि अन्य ट्रेनों की तुलना में इस ट्रेनों के कोच की संख्या बहुत कम होती है। ये दोनों ही ट्रेन यात्रियों के सुविधा के हिसाब से संचालन किया जाता है। इसमें रॉयल ट्रेनों से लेकर प्रीमियम और साधारण ट्रेनें शामिल हैं।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Tue, 11 Apr 2023 12:48 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। Indian Railways Premium Train: अगर आपने कभी प्रीमियम ट्रेनों में सफर किया है, तो आपको यह पता होगा कि अन्य ट्रेनों की तुलना में इस ट्रेनों के कोच की संख्या बहुत कम होती है। प्रीमियम ट्रेनों में लगभग 19 से 22 कोच की संख्या होती है।
वहीं, अन्य ट्रेन के कोच की संख्या 24 के आसपास होती है। ये दोनों ही ट्रेन यात्रियों के सुविधा के हिसाब से संचालन किया जाता है। इसमें रॉयल ट्रेनों से लेकर प्रीमियम और साधारण ट्रेनें शामिल हैं। सवाल है कि आखिर सामान्य ट्रेनों के मामले में प्रीमियम ट्रेनों की कोच की संख्या इतनी कम क्यों होती?
स्पीड का होता है अंतर
सामान्य ट्रेनों के मुकाबले प्रीमियम ट्रेनों की स्पीड काफी तेज होती है। प्रीमियम ट्रेनों का संचालन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से किया जाता है। वहीं, सामान्य ट्रेनों की रफ्तार इससे कम होती है। ऐसे में अगर प्रीमियम कोच की संख्या बढ़ा दी जाती है, तो इससे ट्रेन पर अधिक लोड बढ़ जाएगा और इससे अपने-आप रफ्तार धीमी हो जाएगी। तेज रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों के कोच की संख्या इसलिए कम रखी जाती है।LHB कोच और ICF कोच का होता है अंतर
आपको बता दें कि सामान्य ट्रेनों में ICF कोच का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, प्रीमियम ट्रेनों में LHB कोच का इस्तेमाल होता है। ICF कोच पुरानी तकनीक पर आधारित है और इसकी लंबाई 22.28 मीटर होती है। इसका मतलब है कि सामान्य ट्रेन के 24 कोच की लंबाई 534. 72 मीटर होगी।बात करें प्रीमियम कोच की लंबाई की तो यह 24.7 मीटर होती है। यानी पूरे 21 कोच की लंबाई 518.7 और 22 कोच लगने पर ट्रेन की लंबाई 543.4 मीटर हो जाएगी। प्रीमियम ट्रेनों में कोच की संख्या कम होने का बड़ा कारण कोच की लंबाई भी है।