Pi Day 2023: पाई वैल्यू 3.14159 के कारण ही 14 मार्च की दोपहर 1.59 बजे मनाते हैं गणित दिवस, ये है इस साल का थीम
International Mathematics Pi Day 2023 आज 14 मार्च 2023 को पाई दिवस मनाया जा रहा है। रोचक बात है कि इसे 14 मार्च की दोपहर 1.59 बजे मनाया जाता है। इसके पीछे कारण है कि गणितीय स्थिरांक पाई का मान 3.14159... (अनुमानित)।
By Rishi SonwalEdited By: Rishi SonwalUpdated: Tue, 14 Mar 2023 10:40 AM (IST)
एजुकेशन डेस्क। International Mathematics Pi Day 2023: आज, 14 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस है। गणितीय सिद्धातों में अत्यधिक प्रयोग किए जाने वाले स्थिरांक पाई (Pi) के मान 22/7 यानी 3.14159... (अनुमानित) के कारण हर साल कैलेंडर वर्ष की तीसरे माह मार्च की 14 तारीख को पाई दिवस के तौर पर मनाया जाता है। विशेष बात यह है कि पाई दिवस को 14 मार्च की दोपहर 1.59 बजे ही मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट के यूनेस्को की नवंबर 2019 में हुई 40वीं महासभा के दौरान पाई दिवस को अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद से हर साल पाई डे यानि 14 मार्च को अतर्राष्ट्रीय गणित दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है। कई देशों में पाई दिवस को 22 जुलाई को भी मनाया जाता है, क्योंकि पाई का मान 22/7 भी होता है।
International Mathematics Day 2023: इस साल पाई दिवस या गणित दिवस का थीम
वर्ष 2023 में मनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस या पाई दिवस का मुख्य विषय (Theme) ‘सभी के लिए गणित (Mathmatics for Everyone)’ रखा गया है। इस अवसर पर यूनेस्को की महानिदेशक Audrey Azoulay ने कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस पर हम 20 हजार साल पहले अफ्रीका से आरंभ हुए हमारे इतिहास को मना रहे हैं।
International Mathematics Day 2023: पाई दिवस या गणित दिवस का महत्व
पाई दिवस या अंतर्राष्ट्रीय गणित दिवस हमारे दैनिक जीवन में गणित के महत्व को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए दुनिया भर के गणित के प्रति उत्साही लोगों द्वारा मनाया जाता है। गणित विषय की शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नई थीम के साथ वैश्विक स्तर पर विभिन्न स्कूलों, विश्वविद्यालयों और गणित संगठनों द्वारा यह दिवस मनाया जाता है।International Mathematics Day 2023: रोचक है पाई और पाई दिवस का इतिहास
दरअसल ‘पाई’ गणित सिद्धांतों में एक स्थिरांक के तौर इस्तेमाल किया जाता है। पाई की खोज महान गणितज्ञ व वैज्ञानिक आर्कमिडीज ने 287-212 ई.पू. में की थी। हालांकि, कई विद्वान पाई की खोज का श्रेय महान भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट को देते हैं। आर्यभट्ट ने अपने गणितीय सूत्रों से पाई की सबसे निकटतम वैल्यू को कैलकुलेट किया था। आज हम किसी वृत्त की परिधि या क्षेत्रफल निकालने के लिए या नदी पथ की लंबाई की गणना या पृथ्वी की आकृति के निर्धारण और तारों के बीच की दूरी की गणना में पाई का प्रयोग करते हैं। पाई दिवस को वर्ष 1988 में भौतिक विज्ञानी लैरी शॉ द्वारा व्यापक पैमाने पर अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को स्थित एक्सप्लोरेटोरियम (विज्ञान व तकनीक का संग्रहालय) में पहली बार मनाया गया था।