ISRO Chandrayaan 3: रितु करिधाल समेत इतने अधिकारियों की दिन-रात की कड़ी मेहनत से तैयार हुआ है चंद्रयान 3
ISRO Chandrayaan 3 चंद्रयान 3 मिशन को तैयार करने में कुल 29 उप-निदेशक और 55 प्रोजेक्ट मैनेजर शामिल रहे हैं। इसके अलावा अन्य कर्मचारी सहित अन्य लोग भी शामिल हैं। वहीं इसरो की अधिकारी ऋतु करिधाल को चंद्रयान-3 मिशन की सक्सेसफुली लैंडिंग की जिम्मेदारी गई है। इस मिशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इससे जुड़ा ट्विट किया है।
By Nandini DubeyEdited By: Nandini DubeyUpdated: Fri, 14 Jul 2023 12:31 PM (IST)
एजुकेशन डेस्क। ISRO Chandrayaan 3: देश ही नहीं दुनिया भर की निगाहें इस वक्त चंद्रयान मिशन 3 पर टिकी हुई हैं। ISRO आज 14 जुलाई, 2023 को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। वहीं, 23 से 24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। फिलहाल, लॉन्च की तैयारियां पूरी हो चुकी है। कुछ समय पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस संबंध में ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि, आज का दिन सुनहरे अक्षरों में अंकित किया जाएगा। इसी बीच आज, हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस मिशन में कितने अधिकारी शामिल रहे हैं।
14th July 2023 will always be etched in golden letters as far as India’s space sector is concerned. Chandrayaan-3, our third lunar mission, will embark on its journey. This remarkable mission will carry the hopes and dreams of our nation. pic.twitter.com/EYTcDphaES
— Narendra Modi (@narendramodi) July 14, 2023
चंद्रयान 3 मिशन को तैयार करने में कुल 29 उप-निदेशक और 55 प्रोजेक्ट मैनेजर शामिल रहे हैं। इसके अलावा अन्य कर्मचारी सहित अन्य लोग भी शामिल हैं। वहीं, इसरो की अधिकारी ऋतु करिधाल को चंद्रयान-3 मिशन की सक्सेसफुली लैंडिंग की जिम्मेदारी गई है।
कौन है रितु करिधाल
रितु करिधाल राजाजीपुरम से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से फिजिक्स में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री ली है। इसके बाद, फिर 1996 में एमएससी भी फिजिक्स सब्जेक्ट के साथ ही किया है। इसके बाद, उन्होंने पीएचडी भौतिक विज्ञान में भी प्रवेश लिया था, हालांकि 6 महीने के बाद ही वर्ष 1997 में उनका चयन इसरो में हो गया था, जिसकी वजह से वह पीएचडी नहीं पूरी कर पाईं थीं। रितु करिधाल चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर भी रही हैं। उन्हें इसरो में लंबा अनुभव है। साल 2007 में उन्हें इसरो की ओर से यंग साइंटिस्ट के अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।