JNU PhD Admission 2024: जवाहरलाल नेहरु पीएचडी दाखिला UGC NET की बजाय JNUEE से होने की संभावना, पढ़ें अपडेट
UGC NET के आयोजन में हो रही देरी और नतीजे आने में लगने वाले समय के मद्देनजर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यलालय द्वारा विभिन्न शोध पाठ्यक्रमों में दाखिला (JNU PhD Admission 2024) पूर्व वर्षों की तरह ही इस बार भी प्रवेश परीक्षा (JNUEE) के माध्यम से लिए जाने पर विचार किया जा रहा है। आधिकारिक अपडेट के लिए छात्र-छात्राएं आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखें।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। जेएनयू पीएचडी दाखिले का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अपडेट। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यलालय के शोध पाठ्यक्रमों में इस साल दाखिले के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा निर्धारित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) से किए जाने की बजाय पूर्व वर्षों की तरह ही इस बार भी प्रवेश परीक्षा (JNUEE) के आधार पर लिया जा सकता है।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के एक अपडेट के मुताबिक जेएनयू शिक्षक संघ (JNUTA) की तरफ यह जानकारी साझा की गई कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पुरानी प्रणाली को ही लागू करने का विचार किया जा रहा है। हालांकि, जेएयू वीसी शांतिश्री डी पंडित ने कहा कि इस सम्बन्ध में अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है और प्रशासन द्वारा स्टेकहोल्डर्स से सिर्फ सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं।
“अभी यह मानना जल्दबाजी होगी कि JNU PhD दाखिले के लिए UGC NET स्कोर का प्रयोग नहीं किया जाएगा। अभी हमने स्टेकहोल्डर्स से सिर्फ सुझाव मांगे हैं क्योंकि NTA द्वारा NET के नतीजे आने में लगने वाले समय को देखते हुए हमारे पीएचडी प्रवेश में देरी हो रही है। इसी कारण से हमारे JRF स्टूडेंट्स की फेलोशिप भी रूकी हुई है,” वॉयस चांसलर से कहा।
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इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि यदि हम JNU PhD प्रवेश के लिए यदि पुरानी व्यवस्था को लागू करते हैं तो इसमें लॉजिस्टिक्स की समस्याएं होंगी और इसमें काफी समय लग सकता है। ऐसे में हमने अभी तक कोई भी निर्णय नहीं किया है। यदि भविष्य में कोई निर्णय लिया जाता है तो इस सम्बन्ध में अधिसूचना आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी।
बता दें कि JNUTU की तरफ से बृहस्पतिवार, 11 जुलाई को जानकारी दी गई कि वॉयस चांसलर की विभिन्न स्कूल के डीन के साथ 3 जुलाई को हुई बैठक में PhD प्रवेश के लिए JNUEE को फिर से लागू करने की संभावनाओं पर विचार करने का निर्णय लिया गया।