दो बार बोर्ड परीक्षाएं, आठवीं तक के लिए NCERT की नई किताबें; स्कूलों में अगले सत्र से लागू होंगे कई बड़े बदलाव
NCERT नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। एनसीईआरटी इससे पहले प्री- प्राइमरी कक्षाओं की नई पाठ्यपुस्तकें एनईपी के अनुरूप तैयार कर चुकी है। ऐसे में मिडिल स्तर की बाकी चार अन्य कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकें भी लगभग तैयार है। अगले कुछ महीनों में यह सभी बाजार में आ जाएगी। इसके बाद एनसीईआरटी का ऐसा प्लान सेकंडरी कक्षाओं के लिए भी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। इससे सबसे अहम नए सत्र से मिडिल यानी आठवीं तक पढ़ाई अब नई पाठ्यपुस्तकों से होगी, जिसकी तैयारी लगभग पूरी हो गई है। अगले कुछ महीनों में चार और कक्षाओं यानी चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं कक्षाओं की नई पाठ्यपुस्तकें भी तैयार होकर बाजार में आ जाएगी।
राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ( एनसीईआरटी) ने इन सभी पाठ्यपुस्तकों को समय से उपलब्ध कराने को लेकर तैयारी तेज कर दी है। यह है कि यह पाठ्यपुस्तकें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की सिफारिशों के अनुरूप तैयार की जा रही है।
प्री प्राइमरी की जारी हो चुकी हैं किताबें
एनसीईआरटी इससे पहले प्री- प्राइमरी, पहली, दूसरी, तीसरी और छठीं कक्षाओं की नई पाठ्यपुस्तकें एनईपी के अनुरूप तैयार कर चुकी है, जिसे चालू सत्र से ही केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय सहित कई राज्यों में लागू भी कर दी गई है।
ऐसे में मिडिल स्तर की बाकी चार अन्य कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकें भी लगभग तैयार है। अगले कुछ महीनों में यह सभी बाजार में आ जाएगी। एनसीईआरटी के मुताबिक इन पाठ्यपुस्तकों के आने के बाद अब सिर्फ सेकेंडरी स्तर की चार कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकें आना शेष रह जाएगी, जिसे अगले दो सालों में लाने का लक्ष्य है। एनसीईआरटी ने इस पाठ्यपुस्तकों को स्कूलों में अमल में लाने के साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी शुरू कर दिया जाएगा, जिसमें नई पाठ्यपुस्तकों को पढ़ाने की टिप्स दी जा रही है।