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National Education Day 2022: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद को समर्पित

National Education Day 2022 राष्ट्रीय शिक्षा दिवस भारत के पहले शिक्षा मंत्री और विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों व नियामकों के संस्थापकों में से एक मौलाना अबुल कलाम आजाद के शिक्षा में योगदान की याद में उनकी जयंती पर यानि 11 नवंबर को हर साल मनाया जाता है।

By Rishi SonwalEdited By: Updated: Fri, 11 Nov 2022 10:10 AM (IST)
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राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022 के अवसर पर जानें इसे मनाए जाने का कारण।

एजुकेशन डेस्क। National Education Day 2022: आज, 11 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है। स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के शिक्षा के क्षेत्र में योगदान की याद में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल आज के दिन मनाया जाता है। देश में उच्च शिक्षा के मुख्य नियामकों व संस्थानों, जैसे - अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी), जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, आदि के संस्थापकों में से एक मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती यानि 11 नवंबर को शिक्षा दिवस के तौर पर मनाए जाने की शुरूआत वर्ष 2008 से की गई थी।

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बता दें वैश्चिव स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 24 जनवरी को हर साल मनाया जाता है, जिसके लिए मुख्य विषय (Theme) की संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा हर साल की जाती है। वर्ष 2022 के लिए अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम ‘चेंजिंग कोर्स, ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन’ यूनेस्को ने घोषित किया है, जिसके मुताबिक शिक्षा क्षेत्र में तकनीकी के बढ़ते उपयोग और इसके अधिकतम प्रयोग को बढ़ावा देना है।

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राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर जानें मौलाना अबुल कलाम आजाद के प्रसिद्ध वक्तत्व

  • “अपने मिशन में सफल होने के लिए आपके पास अपने लक्ष्य के लिए एकल-दिमाग वाली भक्ति होनी चाहिए।”
  • “हमें इस बात का अहसास होना चाहिए कि आत्मविश्वास के साथ आत्मसम्मान आता है।”
  • “शिक्षाविदों को छात्रों में पूछताछ, रचनात्मकता, उद्यमशीलता और नैतिक नेतृत्व की भावना का निर्माण करना चाहिए और उनका आदर्श बनना चाहिए।”
  • “लोकतंत्र का जीवित रहना बहुत जरूरी है। यह देश की ऐसी विशेषता है जो आधुनिक भारत को दूसरों से अलग बनाती है।”
  • “हमें अपने जीवन में कभी हताश नहीं होना चाहिए, निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए।”