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NCERT से अब सभी विषयों में BA, MA और PhD, टीचर्स के लिए भी एक नया कोर्स तैयार

शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एनसीईआरटी अपने मुख्य कैंपस के साथ ही क्षेत्रीय केंद्रों के जरिए इन कोर्सों को शुरू कर देगा। एनसीईआरटी ने यह पहल डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद शुरू की है। जो उसे पिछले साल ही 63 वें स्थापना दिवस पर प्रदान किया गया था। इसके तहत अब दूसरे विश्वविद्यालयों की तरह बैचलर मास्टर व पीएचडी कोर्स शुरू कर सकते है।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Sat, 07 Sep 2024 08:29 PM (IST)
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एनसीईआरटी अब सभी विषयों में कराएगा बैचलर, मास्टर व पीएचडी कोर्स (File Photo)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूली छात्रों के लिए शोधपरक अध्ययन सामग्री तैयार करने और शिक्षकों के प्रशिक्षण से जुड़े कार्यक्रम को संचालित करने के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) अब उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराएगा। इसके तहत जल्द ही वह सभी विषयों से जुड़े मास्टर और पीएचडी शुरू करने की तैयारी में है।

बैचलर, मास्टर व पीएचडी कोर्स

माना जा रहा है कि अगले शैक्षणिक सत्र से एनसीईआरटी अपने मुख्य कैंपस के साथ ही क्षेत्रीय केंद्रों के जरिए इन कोर्सों को शुरू कर देगा। एनसीईआरटी ने यह पहल डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद शुरू की है। जो उसे पिछले साल ही 63 वें स्थापना दिवस पर प्रदान किया गया था। इसके तहत अब दूसरे विश्वविद्यालयों की तरह बैचलर, मास्टर व पीएचडी कोर्स शुरू कर सकते है।

शिक्षकों के लिए भी एक नया कोर्स तैयार

हालांकि एनसीईआरटी की तैयारी भी सिर्फ सभी विषयों में मास्टर व पीएचडी कोर्स शुरु करने की है। इसके साथ ही वह स्कूलों में मातृभाषा में पढ़ाने वाले शिक्षकों के लिए भी एक नया कोर्स तैयार करने में जुटी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत स्कूलों में बच्चों को आठवीं तक की शिक्षा मातृभाषा में ही देने की सिफारिश की गई है।

शिक्षण से जुड़े क्षेत्र में शोध

एनसीईआरटी इसके साथ ही शोध और नवाचार के क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए भी प्रयासरत है। माना जा रहा है कि वह अकेले शिक्षण ही नहीं बल्कि सभी विषयों और क्षेत्रों से जुड़े शोध व नवाचार के लिए खोल सकती है। अभी वह सिर्फ शिक्षण से जुड़े क्षेत्र में शोध कराती है।

इन विषयों में MA और PhD

सूत्रों के मुताबिक एनसीईआरटी जिन क्षेत्रों में मास्टर डिग्री और पीएचड़ी शुरू कर सकती है, उनमें सभी भाषाओं के साथ इतिहास, राजनीतिक शास्त्र, अर्थशास्त्र, विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान जैसे क्षेत्र शामिल है। इसके बाद वह स्नातक कोर्स भी शुरू करेगी। एनसीईआरटी अभी शिक्षक प्रशिक्षण से जुड़े कोर्स जैसे बीएड, एमएड ही संचालित करता है।

नई पुस्तकें तैयार

गौरतलब है कि एनसीईआरटी मौजूदा समय में एनईपी के तहत स्कूलों के लिए नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने में तेजी से जुटा हुआ है। वह अब तक स्कूलों के लिए पहली, दूसरी, तीसरी और छठवीं कक्षा की नई पुस्तकें तैयार कर चुका है। बाकी कक्षाओं की पुस्तकों को वह तैयार करने में जुटा है।

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