Pariksha pe Charcha 2023 के लिए 38 लाख रजिस्ट्रेशन, आज दिल्ली में होगा प्रोगाम
Pariksha pe Charcha 2023 शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि पीपीसी 2023 के लिए 38 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया जिनमें से 16 लाख से अधिक राज्य बोर्डों से हैं।
By Nandini DubeyEdited By: Nandini DubeyUpdated: Fri, 27 Jan 2023 07:36 AM (IST)
एजुकेशन डेस्क। Pariksha pe Charcha 2023: पीएम मोदी से संवाद करने के लिए देश भर के छात्र-छात्राओं में खूब उत्साह दिख रहा है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रोगाम में शामिल होने के लिए 38 लाख स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) के अनुसार, पिछले साल की तुलना में पंजीकरण कम से कम 15 लाख अधिक हैं। परीक्षा पे चर्चा का यह छठवां संस्करण है। यह प्रोगाम आज, 27 जनवरी को राजधानी दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।
20 लाख से ज्यादा प्रश्न हुए प्राप्त शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि पीपीसी 2023 के लिए "38 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 16 लाख से अधिक राज्य बोर्डों से हैं। यह पीपीसी 2022 के दौरान हुए पंजीकरण (15.73 लाख) से दो गुना अधिक है। उन्होंने आगे यह भी बताया कि 20 लाख से अधिक प्रश्न प्राप्त हुए हैं। वहीं, एनसीईआरटी ने निम्न विषयों में- परिवार के दबाव, स्ट्रेस मैनेजमेंट, स्वस्थ और फिट कैसे रहें और करियर सेलेक्शन जैसे विभिन्न प्रश्नों को शॉर्टलिस्ट किया गया है।
पहली बार 16 फरवरी को हुआ था आयोजितपपरीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के साथ बातचीत करते हैं। आयोजन के दौरान, वह परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित छात्रों के प्रश्नों का उत्तर भी देते हैं। स्कूल और कॉलेज के छात्रों के साथ प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम का पहला संस्करण 16 फरवरी, 2018 को स्टेडियम में आयोजित किया गया था।
पीएम मोदी की लिखा बुक हुई लॉन्च परीक्षा पे चर्चा के पहले हाल ही में एक बुक भी लॉन्च हुई थी। किताब का नाम है एग्जाम वॉरियर्स। इस किताब में भी स्टूडेंट्स को स्ट्रैस से निपटने के लिए खास टिप्स दिए गए थे। यह बुक हिंदी, इंग्लिश के अलावा कई अन्य भाषाओं में भी उपलब्ध है।