Success Story: अनन्या सिंह ने पहले प्रयास में पास की UPSC परीक्षा, 51वीं रैंक हासिल कर 22 की उम्र में बनीं IAS
Success Story आईएएस अफसर अनन्या ने साल भर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की जमकर तैयारी की। वे हर दिन सात से आठ घंटे की पढ़ाई करती थीं। सटीक रणनीति और सही दिशा में प्रयास करने के चलते अनन्या ने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा पास कर ली। साल 2019 में उन्होंने ऑल इंडिया में 51वीं रैंक हासिल की थी।
By Nandini DubeyEdited By: Nandini DubeyUpdated: Tue, 15 Aug 2023 01:14 PM (IST)
एजुकेशन डेस्क। Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करना बिल्कुल भी आसान नहीं है। कई बार अभ्यर्थियों को इसे क्रैक करने में लंबा वक्त लग जाता है। हालांकि, कुछ कैंडिडेट्स ऐसे भी हैं, जिन्होंने कम समय और पहले प्रयास में देश की सबसे मुश्किल परीक्षा को क्रैक कर लिया। इसके तहत ही, आज हम आपको एक ऐसी आईएएस की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने एक साल की तैयारी और पहले प्रयास में ही इस परीक्षा में सफलता पा ली। इस IAS अफसर का नाम है अनन्या सिंह। आइए जानते हैं कि इनके बारे में विस्तार से।
अनन्या सिंह प्रयागराज से ताल्लुक रखती हैं। स्कूली एजुकेशन भी यहीं से पूरी हुई है। अनन्या बचपन से ही पढ़ाई में बेहद अच्छी रहीं हैं। 10वीं में उन्होंने 96 फीसदी अंक हासिल किए थे, जबकि 98.25 प्रतिशत नंबर हासिल किए थे। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो उन्होंने सीआईएससीई बोर्ड से 10वीं और 12वीं में जिला स्तर पर टॉप किया था।दिल्ली के इस कॉलेज से किया ग्रेजुएशन
अनन्या सिंह दसवीं और बारहवीं में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली आ गईं। उन्होंने यहां के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया। इस कॉलेज से अनन्या ने इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया था।
फाइनल ईयर से शुरू की तैयारी
तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा है कि अनन्या सिंह बचपन से ही IAS बनना चाहती थीं। इसलिए उन्होंने अपने ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में ही सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी।पहले प्रयास में हासिल की 51वीं रैंक आईएएस अफसर अनन्या ने साल भर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की जमकर तैयारी की। वे हर दिन सात से आठ घंटे की पढ़ाई करती थीं। सटीक रणनीति और सही दिशा में प्रयास करने के चलते अनन्या ने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा पास कर ली। साल 2019 में उन्होंने ऑल इंडिया में 51वीं रैंक हासिल की थी।