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UGC: अगले सत्र से स्टूडेंट्स समय से पहले हासिल कर पाएंगे ग्रेजुएशन डिग्री, कमेटी ने की सिफारिश

आईआईटी मद्रास के डायरेक्टर वी कामकोटि के नेतृत्व वाली कमेटी द्वारा सिफारिश की गई है जिसके तहत अब स्टूडेंट्स तय समय से पहले स्नातक की डिग्री हासिल कर सकेंगे। इसमें 4 वर्ष वाले स्टूडेंट्स को 3 वर्ष में और 3 वर्ष वाले स्टूडेंट्स को 2.5 वर्ष में डिग्री हासिल करने का मौका रहेगा। इसके साथ ही 3 वर्ष वाले छात्र चाहें तो 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में इसे बदल सकेंगे।

By Amit Yadav Edited By: Amit Yadav Updated: Sun, 17 Nov 2024 12:54 PM (IST)
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UGC: स्टूडेंट्स अगले सत्र से तय समय से पहले स्नातक डिग्री कर सकेंगे प्राप्त
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। ग्रेजुएशन कर रहे स्टूडेंट्स या स्नातक करने जा रहे स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) की ओर से अगले सत्र से स्नातक डिग्री में कई बदलाव किये गए हैं। कमेटी की सिफारिश के मुताबिक अगले सत्र से स्टूडेंट्स समय से पहले अपनी स्नातक डिग्री को पूरा कर पायेंगे। ऐसे में छात्र 4 वर्ष वाले डिग्री प्रोग्राम को 3 वर्ष में पूरा कर सकेंगे वहीं 3 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम को 2.5 वर्ष में पूरा कर पाएंगे।

इसके साथ ही ऐसे स्टूडेंट्स जो 3 वर्षीय प्रोग्राम को 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में बदलना चाहेंगे उन्हें भी इसके लिए मौका दिया जाएगा। यूजीसी ने यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के तहत किया है।

एंट्री और एक्जिट प्वाइंट का होगा प्रावधान

अगले सत्र से डिग्री प्रोग्राम में एंट्री और एक्जिट प्वाइंट का प्रावधान किया जायेगा। इसके तहत ऐसे छात्र जो जो जल्दी सीखने और समझने की क्षमता रखते हैं वे आसानी से इस योजना का लाभ उठाकर समय से पहले डिग्री प्राप्त कर पायेंगे। इससे मेधावी छात्रों को समय बचत होगी।

कमेटी ने दिए ये सुझाव

  • आपको बता दें कि यह सिफारिश आईआईटी मद्रास के डायरेक्टर वी कामकोटि के नेतृत्व वाली कमेटी द्वारा किया गया है। इस सिफारिश से स्टूडेंट्स को विभिन्न लाभ होंगे जिसमें कुछ प्रमुख हैं।
  • ऐसे विद्यार्थी जो अपनी पढ़ाई जल्दी पूरी करना चाहते हैं, उन्हें पारंपरिक समय सीमा फंसे बिना काम समय में स्नातक की पढ़ाई करना का मौका रहेगा।
  • डिग्री हासिल करने के साथ ही एक्सपीरियंस हासिल करने का मौका रहेगा।
  • यूजी अंतिम वर्ष के दौरान रिसर्च प्रोजेक्ट समेत एकेडमिक एक्टिविटी में शामिल होने का मौका रहेगा।

आने वाले वर्षों में शोध पर दिया जायेगा ज्यादा ध्यान

अभी हाल ही में यूजीसी चैयरमैन के की ओर से शोध पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही गई थी। उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया कि वर्तमान समय में रिसर्च के लिए गैर प्रमाणित व संदिग्ध प्रकाशन से लिए गए तथ्य पेश किये जाते हैं जिससे चीजें बेहतर होकर बाहर नहीं आ पा रहीं हैं। ऐसे में इस संकीर्ण सोच को बदलने के लिए शोध पर जरूरत से ज्यादा काम किया जायेगा ताकि आने वाले समय में समाज एवं उद्योग के लिए जरूरी कौशल से तैयार ग्रेजुएट युवा बाहर आ सकें और देश की प्रगति में भाग दे सकें।

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