यूके म्यूजिक टीचर्स बोर्ड ने कीर्तन को सिख पवित्र संगीत के रूप में दी मान्यता, विश्व स्तर पर करेगा पेशकश
यूनाइटेड किंगडम (UK) स्तिथ म्यूजिक टीचर्स बोर्ड (MTB) ने कीर्तन को सिख पवित्र संगीत के रूप में मान्यता दी है। यह कीर्तन पांच भारतीय तार वाद्ययंत्रों दिलरुबा ताऊस एसराज सारंगी और सारंडा के साथ आता है जिसे मान्यता प्रदान की गई है। अब छात्र आसान तरीके एवं औपचारिक रूप से इसके पाठ्यक्रम और ग्रंथों तक पहुंच प्राप्त करके इसे सीख सकेंगे।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। लंदन, यूके में स्थित म्यूजिक टीचर्स बोर्ड (MTB) की ओर से कीर्तन को "सिख पवित्र संगीत" के रूप में मान्यता दी गई है। अब एमटीबी विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त आठवीं कक्षा की संगीत परीक्षाओं के हिस्से के रूप में सिख पवित्र संगीत की पेशकश करेगा। इस मौके पर गुरमत संगीत अकादमी के शिक्षक डॉ. लाली ने कहा कि "इस सबके दौरान हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हम आने वाली पीढ़ियों के लिए अपनी विरासत को संरक्षित रखें।"
एमटीबी के प्रबंध निदेशक डेविड केसेल ने दिया ये बयान
एमटीबी के प्रबंध निदेशक ने इस मौके पर कहा कि "यह देखना अच्छा होगा कि जो लोग सिख पवित्र संगीत सीखते हैं, उन्हें ठीक उसी तरह कड़ी मेहनत के लिए पहचान मिलेगी जैसे पियानो, वायलिन या गिटार जैसे अन्य संगीत वाद्ययंत्र सीखने पर मिलती है।
क्या है सिख पवित्र संगीत
सिख पवित्र संगीत पाठ्यक्रम पांच भारतीय तार वाद्ययंत्रों दिलरुबा, ताऊस, एसराज, सारंगी और सारंडा की मान्यता के साथ आता है। इस कीर्तन को श्रेणीबद्ध संगीत परीक्षा प्रणाली के हिस्से के रूप में मान्यता दी गई है। अब छात्र "सिख पवित्र संगीत" के लिए औपचारिक रूप से पाठ्यक्रम और ग्रंथों तक पहुंच प्राप्त कर पायेंगे।