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UP Board Exam 2022: 4 लाख परीक्षार्थियों ने छोड़ी यूपी बोर्ड परीक्षा, यहां जानें वजह

UP Board Exam 2022 हालांकि यह पहली बार नहीं है कि जब छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है। टीओआई के अनुसार साल 2018 में राज्य में जब यूपी सरकार द्वारा नकल को रोकने के सख्त उपाय किए गए थे। इसके बाद 11 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी।

By Nandini DubeyEdited By: Updated: Sat, 26 Mar 2022 10:30 AM (IST)
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यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। एग्जाम के पहले दिन बड़ी चौंकाने वाले बात सामने आई है।
नई दिल्ली, एजुकेशन डेस्क। UP Board Exam 2022: यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। एग्जाम के पहले दिन बड़ी चौंकाने वाले बात सामने आई है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में करीब 4 लाख परीक्षार्थियों ने एग्जाम छोड़ दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि पहले दिन यानी कि 24 मार्च को 10वीं, 12वीं दोनों कक्षाओं के लिए हिंदी भाषा का पेपर था। इसी दिन इतनी भारी संख्या में स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन छोड़ने वाले परीक्षार्थियों की सबसे अधिक संख्या में से एक है। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट दोनों कक्षाओं के लिए रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स की संख्या 51.9 लाख थी। वहीं इस संख्या में छात्रों में से 4.18 लाख छात्रों को अनुपस्थित के रूप में चिह्नित किया गया था। जिसमें से 2.6 लाख कक्षा 10वीं में और करीब 1.57 लाख 12वीं कक्षा में अनुपस्थित पाए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा परीक्षा में नकल रोकने के लिए उठाए गए कड़े सुरक्षा उपायों के चलते कक्षा 10, 12 के छात्रों के बीच इतनी बड़ी संख्या में ड्रॉपआउट हुआ है। बता दें कि कुल 2,97,124 सीसीटीवी कैमरों की मदद से राज्य के सभी परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

हालांकि यह पहली बार नहीं है कि, जब छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है। टीओआई के अनुसार, साल 2018 में, राज्य में जब यूपी सरकार द्वारा नकल को रोकने के सख्त उपाय किए गए थे। इसके बाद 11 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी।

8,873 केंद्र पर हो रही परीक्षा

यूपी बोर्ड की ओर से राज्य भर में परीक्षाओं के लिए कुल 8,873 परीक्षा केंद्र स्थापित करेगा। इनमें से 6,398 केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में और 1,975 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। वहीं राज्य सरकार ने 861 परीक्षा केंद्रों को 'संवेदनशील' और 254 को 'अति संवेदनशील' घोषित किया है, जबकि 7,258 को सामान्य घोषित किया गया है।