UP Board Result 2020: ग्रीन जोन में कॉपियों की जांच आज से शुरु, उप-मुख्यमंत्री ने दी जानकारी
UP Board Result 2020 द्वारा रेड जोन और ऑरेंज जोन में आने वाले जनपदों में बोर्ड की कॉपियों की जांच के बारे में अपडेट जारी नहीं किया गया है।
By Rishi SonwalEdited By: Updated: Tue, 05 May 2020 09:55 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। UP Board Result 2020: उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षाओं के अंतर्गत 10वीं और 12वीं को बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का कार्य आज से प्रदेश में निर्धारित ग्रीन जोन में शुरू किया जा रहा है। यह जानकारी प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने सोमवार को दी।
वर्तमान में कोरोना से संक्रमण की स्थिति के आधार पर देश भर में 4 मई से लगाये गये दो हफ्ते के तीसरे चरण के लॉक डाउन में इस बार विभिन्न राज्यों के जनपदों एवं जिलों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। इसी संदर्भ में उत्तर प्रदेश राज्य में निर्धारित 20 ऐसे जनपद जिन्हें ग्रीन जोन में श्रेँणी में रखा गया है वहां यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की कॉपियों की जांच आज से शुरु की जा रही है।
साथ ही, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् में मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने आज स्पष्टीकरण आदेश करते हुए स्पष्ट किया कि शेष जनपदों में मूल्यांकन कार्य के बारे में जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा। रेड जोन और ऑरेंज जोन में आने वाले 55 जिलों में बोर्ड की कॉपियों की जांच के बारे में उम्मीद की जा सकती है कि इन जोन में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य 17 मई 2020 को लॉक डाउन की अवधि समाप्ति के बाद शुरु होंगे। यदि अधिसूचित जोन और ऑरेंज जोन में आ रहे जनपदों में सक्रमण की स्थिति में सुधार होता है और उन्हें ग्रीन जोन में संशोधित किया जाता है, तो इन नये जनपदों में भी मूल्यांकन आरंभ किये जा सकते हैं।
दूसरी तरफ, सरकार द्वारा निर्धारित मूल्यांकन केंद्रो पर आवश्यक इंतजाम और सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर असंतोष की खबरें भी आ रही हैं। पहले जारी निर्देशों के अनुसार मूल्यांकन केंद्रो पर सैनिजाइजर, मॉस्किटो रिपेलेंट, लिक्विड साबुन, नैपकीन, आदि उपलब्ध कराये जाने थे। वहीं, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा हर 300 मूल्यांकनकर्ताओं की के लिए 4500 रुपये खर्च के लिए आवंटित करता है, जिसमें आवश्यक सुविधाओं के साथ-साथ स्टेशनरी, पानी, बिजली, सुतली, बोरा, ढुलाई आदि के खर्च भी शामिल होते हैं।
वर्ष 2020 में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में कुल 50 लाख परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरे थे और इनकी कॉपियों की जांच के लिए 1.5 लाख अध्यापकों एवं मूल्यांकनकर्ताओं को लगाया गया है।