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ये हैं कश्मीर के 12 मोस्ट वांटेड आतंकवादी, सुरक्षा एजेंसियों ने जारी की लिस्ट

इस सूची में हिज्ब के सिर्फ पांच आतंकी हैं जबकि लश्कर के छह और एक जैश ए मोहम्मद का आतंकी है।

By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Tue, 30 May 2017 06:20 PM (IST)
ये हैं कश्मीर के 12 मोस्ट वांटेड आतंकवादी, सुरक्षा एजेंसियों ने जारी की लिस्ट
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय हिज्ब आतंकी सब्जार को मार गिराने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर जाकिर मूसा और यासीन यत्तु के अलावा लश्कर का नामी कमांडर दुजाना व जैश कमांडर अबु हमास समेत एक दर्जन आतंकी हैं। संबधित एजेंसियों के मुताबिक, चिन्हित किए गए सभी आतंकी ए प्लस श्रेणी के हैं।
इस सूची में हिज्ब के सिर्फ पांच आतंकी हैं जबकि लश्कर के छह और एक जैश ए मोहम्मद का आतंकी है।

सुरक्षाबलों द्वारा चिन्हित किए गए मोस्ट वांटेड 12 आतंकियों की इस सूची में सिर्फ दुजाना और हमास ही विदेशी हैं, शेष अन्य स्थानीय आतंकी हैं। गौरतलब है कि इस समय दक्षिण कश्मीर में लगभग 115 के करीब आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से लगभग 99 स्थानीय हैं। लेकिन सुरक्षाबलों ने सिर्फ 12 प्रमुख कमांडरों को ही सबसे पहले जिंदा अथवा मुर्दा पकडऩे के लिए चिन्हित किया है।

संबधित अधिकारियों के मुताबिक, चिन्हित किए गए 12 कमांडरों को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने से दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद का सफाया करने में बड़ी आसानी होगी। इनके मारे जाने के बाद आतंकी संगठनों में स्थानीय लड़कों की भर्ती रुकने के साथ साथ बीते कुछ सालों के दौरान आतंकी बनने वाले लड़के भी सरेंडर करने के लिए आगे आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि चिन्हित किए गए 12 आतंकी कमांडरों में सबसे ऊपर अल्ताफ अहमद उर्फ काचरु है। दक्षिण कश्मीर में जिला कुलगाम का रहने वाला काचरु वर्ष 2006 से सक्रिय है। वह हिज्ब में जिला कमांडर है। उसके साथ ही टकुम-अवंतीपोर का रहने वाला रियाज अहमद नायकु उर्फ जुबैर उल-इस्लाम है। वह दिसंबर 2012 को आतंक बना था। सब्जार के मारे जाने के बाद कुछ लोगों ने उसे जिला कमांडर बनाए जाने का दावा किया है।

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, सद्दाम पडर उर्फ जैद भी 12 मोस्ट वांटेड आतंकयिों की सूची में शामिल है। वह भी बुरहान गुट के जिंदा बचे आतंकियों में एक है । जिला शोपियां के हफ श्रीमाल कर रहने वाला पडर 25 सितंबर 2015 को आतंकी बना था। हिज्ब ने उसे जिला शोपियां की कमान सौंप रखी है। जिला बडगाम में चाडूरा का रहने वाला यासीन यत्तु जिसका कोड गजनवी व मंसूर है, हिज्ब का एक रिसायक्लड आतंकी है। वही दक्षिण कश्मीर और सेंट्रल कश्मीर में हिज्ब की नई पौध को सींच रहा है।

सुरक्षाबलों द्वारा तैयार की गई सूची में हफ श्रीमाल का रहने वाला लश्कर आतंकी वसीम अहमद भी है। वह 28 मार्च 2014 को आतंकी बना था और लश्कर में रहते हुए भी बुरहान गुट के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों में हिस्सा लेता रहा है। सोफशाली कोकरनाग का रहने वाला बशीर अहमद वानी उर्फ लश्कर का जिला कमांडर है। वह अक्तूबर 2015 को आतंकी बना था।

नए लड़कों की भर्ती में जुटा जिला शोपियां के सुगन गांव का रहने वाला लश्कर आतंकी जीनत उल इस्लाम उर्फ अलकामा भी इस सूची में है। उसके साथ ही तीन जून 2015 को लश्कर में भर्ती होने वाला जुनैद मटटु उर्फ कांदरु निवासी खुडवनी कुलगाम भी खतरनाक आतंकियों की सूची में शामिल है। वह बीते एक माह के दौरान तीन बार सुरक्षाबलों की घेराबंदी में बच निकलने में कामयाब रहा है। लश्कर के शौकत अहमद टाक उर्फ हुजैफा निवासी पंजगाम पुलवामा को भी सुरक्षाबल मौका मिलते ही मार गिराने के लिए तैयार बैठे हैं।

हिजबुल मुजाहिदीन से नाता तोडऩे वाला हिज्ब का पूर्व डीविजनल कमांडर जाकिर रशीद बट उर्फ मूसा इस सूची में तीसरे नंबर पर है जबकि उससे पहले लश्कर का मोस्ट वांटेड अबु दुजाना उर्फ हाफिज है। वह दिसंबर 2014 से सक्रिय है जबकि जैश का अबु हमास बीते एक साल से दक्षिण कश्मीर में अपना आधार बड़ा रहा है।

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