डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के विस्तार के लिए 14,903 करोड़ की मंजूरी, 6.25 लाख IT प्रोफेशनल्स को दी जाएगी ट्रेनिंग
इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि विस्तार कार्यक्रम के तहत नेशनल सुपर कंप्यूटर मिशन से नौ नए सुपरकंप्यूटर जोड़े जाएंगे। अभी इस मिशन के लिए 18 सुपरकंप्यूटर है। उन्होंने बताया कि टियर-2 व टियर-3 के 1200 स्टार्टअप्स को मदद दी जाएगी। साइबर सुरक्षा की जरूरत को देखते हुए 12 करोड़ कालेज छात्रों को साइबर सुरक्षा के पाठ पढ़ाए जाएंगे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। वर्ष 2015 में शुरू किए गए डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के विस्तार को कैबिनेट कमेटी ने बुधवार को अपनी मंजूरी दे दी। विस्तार के जुड़े कार्यक्रम के लिए 14,903 करोड़ रुपए का प्रविधान किया गया है। विस्तार की अवधि पांच साल की होगी जिसे वित्त वर्ष 2021-22 से माना जाएगा और वित्त वर्ष 2025-26 तक यह विस्तार कार्यक्रम चलेगा।
22 भाषाओं में अनुवाद की मिलेगी सुविधा
डिजिटल इंडिया के विस्तार कार्यक्रम के तहत सभी प्रकार के अनुवाद में सक्षम भाषिणी टूल की शुरुआत की जाएगी जिसकी मदद से संविधान में दिए गए सभी 22 भाषाओं में अनुवाद की सुविधा मिलेगी। छोटे शहरों के स्टार्टअप्स को भी विस्तार कार्यक्रम के तहत मदद दी जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि विस्तार कार्यक्रम के तहत 6.25 लाख आईटी प्रोफेशनल्स को भविष्य के आईटी प्रोग्रामिंग को ध्यान में रखते हुए उनके कौशल का विकास किया जाएगा।
40 करोड़ लोग डिजिलाकर का इस्तेमाल कर रहे हैं : वैष्णव
2.6 लाख लोग सूचना सुरक्षा व शिक्षा जागरूकता प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किए जाएंगे। वैष्णव ने बताया कि आम लोगों की सुविधा के लिए उमंग एप पर 540 नई सेवाएं शुरू की जाएंगी। अभी उमंग एप पर 1700 सेवाएं उपलब्ध हैं। आम नागरिक की तरह एमएसएमई के लिए भी अब डिजिलाकर की सुविधा उपलब्ध होगी। लोन लेने व अन्य कारोबारी काम के लिए एमएसएमई के दस्तावेज का सत्यापन डिजिलाकर से किया जा सकेगा। अभी 40 करोड़ लोग डिजिलाकर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस मिशन के लिए 18 सुपरकंप्यूटर है: वैष्णव
वैष्णव ने बताया कि विस्तार कार्यक्रम के तहत नेशनल सुपर कंप्यूटर मिशन से नौ नए सुपरकंप्यूटर जोड़े जाएंगे। अभी इस मिशन के लिए 18 सुपरकंप्यूटर है। उन्होंने बताया कि टियर-2 व टियर-3 के 1200 स्टार्टअप्स को मदद दी जाएगी। साइबर सुरक्षा की जरूरत को देखते हुए 12 करोड़ कालेज छात्रों को साइबर सुरक्षा के पाठ पढ़ाए जाएंगे।
डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मिलेगी मदद
स्वास्थ्य, शिक्षा व टिकाऊ शहर के माडल के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से संबंधित तीन सेंटर ऑफ एक्सलेंस खोले जाएंगे। नेशनल नालेज नेटवर्क का आधुनिकीकरण किया जाएगा जिससे 1787 शैक्षणिक संस्थान जुड़े हुए हैं। वैष्णव ने कहा कि डिजिटल इंडिया के विस्तार कार्यक्रम से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मदद मिलेगी।