भोपाल रेल मंडल से परमिट नहीं मिलने पर घंटों खड़ी रहीं 15 ट्रेनें
श्रमिक स्पेशल में भूख-प्यास से बेहाल हुए कामगार पानी भी लूटा। खंडवा-बुरहानपुर जिलों में कई स्टेशनों पर रोकी गई ट्रेनें।
By Nitin AroraEdited By: Updated: Sat, 23 May 2020 08:57 AM (IST)
खंडवा, नईदुनिया। प्रवासी कामगारों को लेकर महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश और बिहार जा रहीं 15 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुक्रवार को कई घंटों तक मध्य प्रदेश के खंडवा, बुरहानपुर व आसपास के स्टेशनों पर खड़ी रहीं। इसकी वजह, भुसावल रेल मंडल यानी खंडवा के बाद भोपाल रेल मंडल की सीमा में प्रवेश के लिए उन्हें परमिट देरी से मिला। इन ट्रेनों में सवार उत्तर प्रदेश और बिहार के करीब 15 हजार से अधिक प्रवासी कामगार परेशान हुए। कुछ ने स्टेशन पर बांटने के लिए रखी पानी की बोतलों की क्रेट भी लूट लीं।
भूख-प्यास से व्याकुल श्रमिकों में आक्रोश था। परमिट मिलने में देरी से खंडवा स्टेशन से होकर गुजरने वाली करीब छह ट्रेनों को रवाना होने में औसतन तीन घंटे का समय अतिरिक्त लगा। ये ट्रेनें खंडवा के साथ ही बड़गांव, बगमार, डोंगरगांव और कोहदड़ में सुबह करीब सात बजे से ठहर गई।इनमें सवार श्रमिक भोजन और पानी को लेकर परेशान हुए। ग्रामीण क्षेत्रों के स्टेशनों पर रुकी ट्रेनों तक स्थानीय प्रशासन की मदद से टैंकरों से पानी पहुंचाया गया, जबकि खंडवा स्टेशन पर श्रमिकों को नगर निगम की ओर से खिचड़ी और पानी की बोतलें बांटी गई। खंडवा के स्टेशन मास्टर जीएल मीणा ने बताया कि भोपाल रेल मंडल से परमिट नहीं मिलने से सूरत से बलिया, मुंबई से पटना, पनवेल से बलिया, बांद्रा से कटिहार जाने वाली ट्रेनें कई घंटे देरी से रवाना हुई।
गर्मी से बेहाल बच्चे बिलखते रहेउधर, बुरहानपुर, नेपानगर, असीरगढ़, निंबोला, सागफाटा, मांडवा स्टेशन पर खड़ी श्रमिक ट्रेनों में भी यात्री परेशान हुए। करीब साढ़े चार घंटे तक स्टेशनों और जंगल क्षेत्र में खड़ी ट्रेनों में सवार श्रमिक खासे परेशान हुए और भोजन-पानी के लिए स्टेशन व पटरियों पर भटकते रहे। गर्मी से बेहाल बच्चे बिलखते रहे। हालांकि, सूचना मिलने पर स्थानीय समाजसेवियों ने स्टेशन पहुंचकर मजदूरों को खाद्य सामग्री व पेयजल उपलब्ध कराया।
नरसिंहपुर में यात्रियों ने लूटा खाने-पीने का सामान
नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों ने लूटपाट कर दी। ट्रेन में सवार महिला रिंकू देवी निवासी मुजफ्फरनगर ने चलती ट्रेन में बच्ची को जन्म दिया। महिला को मेडिकल सहायता देने के लिए नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकी गई। इस दौरान स्टेशन प्रबंधन संजय सोनकर ने यात्रियों के प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने की आशंका को देखते हुए एसडीएम एमके बमनहा से सुरक्षा मांगी। थोड़ी देर बाद एसडीएम पुलिसबल नहीं बल्कि समाजसेवियों को लेकर पहुंच गए। यहां वे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर बुलाकर बिस्किट-चिप्स बांटने लगे। सामान खत्म होने लगा तो लूटपाट होने लगी। भारी भीड़ को देख आरपीएफ व जीआरपी के जवानों ने हल्का बल प्रयोग किया।
सभी रेल मंडलों में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का ज्यादा दबाव है, इसलिए पूर्व की तुलना में ट्रेनों को परिमिट देने में थोड़ा विलंब हो रहा है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या भी बढ़ गई है। इन्हीं कारणों से दूसरे मंडल में भोपाल मंडल से ट्रेनें लेने में भी देरी हो रही है। -आईए सिद्दीकी, प्रवक्ता, भोपाल रेल मंडल