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म्यांमार से भागकर मिजोरम पहुंचे सेना के 151 जवान, सभी को सुरक्षित हिरासत में रखा गया; वापस भेजने की कवायद शुरू

म्यांमार में एक सशस्त्र जातीय समूह ने सैन्य शिविरों पर कब्जा कर लिया जिसके बाद कम से कम 151 सैनिक अपने देश से भागकर मिजारम के लांग्टलाई जिले में आ गए। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से भारतीय सीमा के करीब के इलाकों में म्यांमार सेना और अराकान सेना के लड़ाकों के बीच तीव्र गोलीबारी हो रही थी।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Sun, 31 Dec 2023 03:04 AM (IST)
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म्यांमार से भागकर मिजोरम पहुंचे सेना के 151 जवान। फाइल फोटो।
पीटीआई, आइजोल। म्यांमार में एक सशस्त्र जातीय समूह ने सैन्य शिविरों पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद कम से कम 151 सैनिक अपने देश से भागकर मिजारम के लांग्टलाई जिले में आ गए। असम राइफल्स के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी है।

असम राइफल्स के शरण में पहुंचे म्यांमार के कई सेना

उन्होंने बताया कि शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उनके शिविरों पर अराकान सेना के लड़ाकों द्वारा कब्जा कर लिया गया, जिसके बाद वह अपने हथियारों के साथ भाग गए और लॉन्ग्टलाई जिले के तुईसेंटलांग में असम राइफल्स के पास पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से भारतीय सीमा के करीब के इलाकों में म्यांमार सेना और अराकान सेना के लड़ाकों के बीच तीव्र गोलीबारी हो रही थी।

सुरक्षित हिरासत में हैं सभी जवान

अधिकारी ने बताया कि मिजोरम में प्रवेश करने वाले म्यांमार सेना के कुछ जवान इस दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें असम राइफल्स द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया। उन्होंने कहा कि म्यांमार सेना के जवान अब म्यांमार सीमा के पास लॉन्ग्टलाई जिले के पर्व में असम राइफल्स की सुरक्षित हिरासत में हैं।

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जल्द भेजा जाएगा स्वदेश

उन्होंने बताया कि भारत आए सभी म्यांमार के जवानों को जल्द ही उनके देश वापस भेज दिया जाएगा। इस बारे में विदेश मंत्रालय और म्यांमार की सैन्य सरकार के बीच बातचीत चल रही है।

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