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'25000 पेन ड्राइव बांटे गए...' कुमारस्वामी ने प्रज्ज्वल के साथ साथ SIT पर भी उठाये सवाल, महिला आयोग के बारे में कही ये बात

विधायक एचडी रेवन्ना और उनके बेटे और हासन से सांसद प्रज्ज्वल पर अपने रसोइये से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया है। एक अन्य मामले में रेवन्ना पर एक महिला के अपहरण का मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है जिसका प्रज्ज्वल ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था। प्रज्ज्वल के खिलाफ भी दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।

By Siddharth Chaurasiya Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Tue, 07 May 2024 04:37 PM (IST)
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जेडी (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि पेन ड्राइव पुलिस अधिकारियों द्वारा वितरित किए गए थे।
पीटीआई, बेंगलुरु। जेडी (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया है कि उनके भतीजे और लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार प्रज्ज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर महिलाओं के साथ यौन दुर्व्यवहार के वीडियो वाले 25,000 पेन ड्राइव चुनाव से पहले वितरित किए गए थे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार पर साजिश रचने का आरोप लगाया।

जांच को लेकर SIT पर लगाए गंंभीर आरोप 

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रज्ज्वल के खिलाफ कई महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए 28 अप्रैल को कांग्रेस सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) पर भी बदनाम करने का आरोप लगाया। जेडी (एस) के दूसरे नंबर के नेता एचडी रेवन्ना पार्टी सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के बेटे हैं। एचडी रेवन्ना ने कहा, यह एक विशेष जांच दल नहीं है बल्कि "सिद्धारमैया जांच दल" और "शिवकुमार जांच दल" है।

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विधायक एचडी रेवन्ना और उनके बेटे और हासन से सांसद प्रज्ज्वल पर अपने रसोइये से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया है। एक अन्य मामले में रेवन्ना पर एक महिला के अपहरण का मामला दर्ज किया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसका प्रज्ज्वल ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था। प्रज्ज्वल के खिलाफ भी दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि पेन ड्राइव पुलिस अधिकारियों द्वारा वितरित किए गए थे। पुलिसवालों को ऐसा करने के लिए धमकाया गया था।

अश्लील वीडियो कांड को लेकर किया खुलासा

जेडी (एस) नेता ने कहा, “वीडियो वाली पेन ड्राइव बेंगलुरु ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र में जारी किया गया था (जहां लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार डी सुरेश हैं, जो शिवकुमार के भाई हैं)। यह 21 अप्रैल का घटनाक्रम था। 22 अप्रैल को हमारे पोलिंग एजेंट पूर्णचंद्र ने जिला उपायुक्त को एक शिकायत दी।”

उन्होंने दावा, “पूर्णचंद्र को 21 अप्रैल को रात 8 बजे एक संदेश मिला, जिसमें लोगों से 'प्रज्ज्वल रेवन्ना के गंदे वीडियो को देखने के लिए एक व्हाट्सएप चैनल का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया।" कुमारस्वामी ने आगे कहा, "इस व्हाट्सएप चैनल पर एक संदेश था- प्रज्ज्वल के अश्लील वीडियो जारी होने की उल्टी गिनती।"

कुमारस्वामी के अनुसार, किसी नवीन गौड़ा ने 'उल्टी गिनती' के बारे में संदेश भेजा था। उन्होंने बताया कि हासन जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को दी गई अपनी शिकायत में पूर्णचंद्र ने नवीन गौड़ा, कार्तिक गौड़ा (रेवन्ना का ड्राइवर), चेतन और पुट्टाराजू उर्फ पुट्टी सहित पांच लोगों का नाम लिया है।

कुमारस्वामी ने कहा कि 21 अप्रैल को की गई शिकायत के बाद एक पखवाड़े से अधिक समय हो गया है, लेकिन इन पांच लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है और मांग की है कि वीडियो में महिलाओं की "आबरू को गिरवी रखने" के लिए पहले उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि पूरे राज्य में 25,000 पेन ड्राइव वितरित किए गए, और अपने दावे के समर्थन में एक क्षेत्रीय दैनिक में एक रिपोर्ट का हवाला दिया।

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कुमारस्वामी ने उठाए कई सवाल

उन्होंने पूछा, “यहां मेरा सवाल यह है कि कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? अगर कोई सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करता है तो तुरंत उसके घर की तलाशी ली जाती है और उस व्यक्ति को थाने में बैठा दिया जाता है। शिकायत के बावजूद इन पांच लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?"

कुमारस्वामी ने कहा, "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आत्मविश्वास से कहा था कि लोकसभा चुनाव में जेडी (एस) के सभी तीन उम्मीदवार हार जाएंगे।" उन्होंने कहा, "इससे कई लोगों की संलिप्तता पर संदेह पैदा होता है।"

उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने सिद्धारमैया को पत्र लिखकर उन टेपों की एसआईटी जांच की मांग की, जिनमें प्रज्ज्वल कथित तौर पर कई महिलाओं का यौन शोषण करते नजर आ रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा, "उसी रात सीएम ने अपनी मंजूरी दे दी और एसआईटी के गठन का आदेश दिया।"

JD (S) नेता ने महिला आयोग पर भी साधा निशाना

कुमारस्वामी ने अपने दावे में कहा, “उस पत्र में नागलक्ष्मी चौधरी ने प्रज्ज्वल या रेवन्ना के नाम का उल्लेख नहीं किया था, लेकिन मुख्यमंत्री ने जब एसआईटी के गठन की घोषणा की तो उन्होंने 'एक्स' पर अपने पोस्ट में इसे 'प्रज्ज्वल रेवन्ना के स्पष्ट वीडियो' कहा। इससे पता चलता है कि साजिश कैसे रची गई।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके भाई एच डी रेवन्ना और भतीजे प्रज्ज्वल को "फंसाने" की पहली शिकायत बेंगलुरु में एक कंप्यूटर पर टाइप की गई थी और 28 अप्रैल को होलेनारासिपुरा भेजी गई थी, जिसका प्रतिनिधित्व कर्नाटक विधानसभा में रेवन्ना करते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया, "यह कोई विशेष जांच दल नहीं है, लेकिन इसके अंदर दो टीमें हैं - एक 'सिद्धारमैया जांच टीम' और दूसरी 'शिवकुमार जांच टीम' है।" उन्होंने कहा कि सबसे पहले 'पेन ड्राइव स्टोरी' के 'संयोजक' कार्तिक गौड़ा का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें लोगों के सामने लाया जाना चाहिए।

कुमारस्वामी ने आगे आरोप लगाया, “साजिशों को देखते हुए कोई भी जांच के पीछे की मंशा पर संदेह कर सकता है, क्योंकि पीड़ित महिलाओं की रक्षा करने से ज्यादा आप जांच के दायरे को केवल लोगों को बदनाम करने तक सीमित कर रहे हैं।”

उन्होंने रेखांकित किया कि वह किसी की रक्षा करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने कहा है कि इस मामले में मैं गलत काम करने वाले किसी भी व्यक्ति का बचाव नहीं करूंगा। इस अपराध में शामिल व्यक्ति को देश के कानून के अनुसार कड़ी सजा दी जानी चाहिए।”