Teacher Award: इस बार 50 गुरुजनों को मिलेगा शिक्षक पुरस्कार, पांच सितंबर को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
पांच सितंबर को राष्ट्रपति मुर्मु शिक्षकों को 50000 रुपये का चेक एक रजत पदक और प्रमाण पत्र प्रदान करेंगी। पुरस्कारों के लिए शिक्षकों का चयन आनलाइन त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया के माध्यम से पारदर्शी तरीके से किया गया है। इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के लिए चुने गए शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों पर शाट फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Sun, 27 Aug 2023 01:42 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन: शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की घोषणा कर दी है। इस बार पुरस्कार के लिए 50 शिक्षकों का चयन किया गया है। शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में इन शिक्षकों को सम्मानित करेंगी।
ऑनलाइन प्रक्रिया से हुआ चयन
राष्ट्रपति शिक्षकों को 50,000 रुपये का चेक, एक रजत पदक और प्रमाण पत्र प्रदान करेंगी। पुरस्कारों के लिए शिक्षकों का चयन आनलाइन त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया के माध्यम से पारदर्शी तरीके से किया गया है। इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के लिए चुने गए शिक्षकों द्वारा किए गए कार्यों पर शाट फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी।
शिक्षकों ने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया
पुरस्कार के लिए मध्यप्रदेश के पांच, बिहार और उत्तर प्रदेश के तीन- तीन , पंजाब और दिल्ली के दो- दो शिक्षकों का चयन किया गया है। राजस्थान और झारखंड के भी दो- दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने का उद्देश्य शिक्षकों के योगदान लिए उनकी सराहना करना है जिन्होंने स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, और कड़ी मेहनत से अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2023 के लिए दिल्ली से शिक्षिका रीतिका आनंद का चयन किया गया है। पश्चिम विहार स्थित सेंट मार्क्स सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल कार्यरत शिक्षिका रीतिका को पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें शिक्षण के क्षेत्र में 23 वर्षों का अनुभव है।
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए शुरु की रंगमंच की पाठशाला
पीजीटी भौतिकी की शिक्षिका रीतिका अपनी अनोखी शिक्षण शैली के लिए विद्यार्थियों के बीच जानी जाती है। वह विद्यार्थियों को भौतिकी के कठिन से कठिन सूत्र को पल में कहानियों के माध्यम से समझा देती हैं। वो विषय को रोचक बनाने के लिए विद्यार्थियों को कभी खिलौने, कला एकीकरण तो कभी कहानियों, रंगमंच व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर पढ़ाती हैं।