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5G इंटरनेट से देखने को मिलेंगे क्रांतिकारी बदलाव, स्वास्थ्य सेवा भी होगी मजबूत

5जी सेवा हाई स्पीड इंटरनेट के अलावा उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाओं को दूरस्थ क्षेत्रों में फैलाने में मदद करेगी। 5जी से दूर-दराज इलाकों में स्थित छोटे स्वास्थ्य केंद्रों से बड़े अस्पतालों तक टेक्स्ट और तस्वीरें या वीडियो के फार्म में डाटा चुटकियों में ट्रांसफर किया जा सकेगा। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: TilakrajUpdated: Tue, 11 Oct 2022 02:20 PM (IST)
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5G की मदद से एंबुलेंस में ही मरीज को जरूरी इलाज मिलना हो जाएगा शुरू
नई दिल्‍ली, देवेंद्रराज सुथार। भारत ने 5जी सेवा की शुरुआत कर संचार क्रांति एवं डिजिटल इंडिया के नए युग में कदम रख दिया है। 5जी तकनीक इसलिए खास है कि यह निर्बाध कवरेज, उच्च डाटा दर, कम विलंबता और अत्यधिक विश्वसनीय संचार प्रणाली की सुविधा देगी। इससे इंटरनेट के साथ-साथ टेलीमेडिसिन की सुविधा गांव-गांव तक पहुंचेगी।

पहले सिर्फ आप्टिकल फाइबर ब्राडबैंड पर ही तेज इंटरनेट...!

कम समय में तेज गति वाली इंटरनेट की सुविधा पहले सिर्फ आप्टिकल फाइबर ब्राडबैंड पर ही मिलती थी, लेकिन अब 5जी सेवा हाई स्पीड इंटरनेट के अलावा उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाओं को दूरस्थ क्षेत्रों में फैलाने में मदद करेगी। डाक्टर अपने स्थान से ही दूर बैठे रोगियों से सीधे जुड़ सकेंगे। इसके अलावा स्मार्ट चिकित्सा उपकरण इमरजेंसी की स्थिति में रोगियों को आसानी से सलाह दे सकेंगे।

5G से मरीज के करीब आएंगे डॉक्‍टर्स!

कोविड के दौरान हम सबने टेलीमेडिसिन के महत्व को समझा और इसके उपयोग को करीब से देखा, लेकिन टेलीमेडिसिन की अपनी सीमाएं हैं, जिसमें डाक्टर और मरीज केवल एक-दूसरे को देख सकते हैं। इलाज में डाक्टर की मौजूदगी मरीज पर एक बड़ा मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालती है, जो रोगी को कहीं न कहीं शीघ्र स्वस्थ होने में बड़ी भूमिका निभाती है। 5जी से यह कमी काफी हद तक पूरी हो जाएगी।

तेजी से मिलेगा मरीजों के स्वास्थ्य से संबंधित रियल टाइम डाटा

आज दूर-दराज के क्षेत्रों में प्राथमिक और सामुदायिक केंद्रों से जब गंभीर स्थिति वाले मरीजों को बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता है, तो उन्हें तुरंत वहां ले जाने में बड़ी समस्या आती है, लेकिन 5जी सेवा से शहरों में ले जाए बिना ही वहां के डाक्टरों को मरीजों के स्वास्थ्य से संबंधित रियल टाइम डाटा मिलता रहेगा। इसके लिए प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की जरूरत होगी।

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5G बदल देगा डॉक्‍टर्स के काम करने का तरीका

वर्तमान में कई गीगाबाइट या टेराबाइट का मेडिकल डाटा ट्रांसफर होने में बहुत ज्यादा समय लगता है, जबकि मरीज के लिए एक-एक सेकेंड कीमती होता है। 5जी से दूर-दराज इलाकों में स्थित छोटे स्वास्थ्य केंद्रों से बड़े अस्पतालों तक टेक्स्ट और तस्वीरें या वीडियो के फार्म में डाटा चुटकियों में ट्रांसफर किया जा सकेगा। जिससे मरीजों की वास्तविक हालत के बारे में डाक्टरों को जानकारी मिल सकेगी। जो डाक्टर और मरीज एक-दूसरे से कई किलोमीटर दूर होंगे, वे 5जी के जरिये एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे।

5G की मदद से एंबुलेंस में ही मरीज को इलाज मिलना हो जाएगा शुरू

इसके अलावा एंबुलेंस से भी मरीजों की रियल टाइम जानकारी अस्पताल में बैठे डाक्टरों को मिल जाएगी, जिसका विश्लेषण कर वे परिस्थिति के अनुसार वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों को निर्देश दे सकेंगे। ऐसे में इस बात का इंतजार नहीं करना होगा कि मरीज अस्पताल पहुंचे, तभी उसका वास्तविक इलाज शुरू हो, बल्कि एंबुलेंस में ही उसे जरूरी इलाज मिलना शुरू हो जाएगा।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं)

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