एक हफ्ते दूर झमाझम बारिश
आसमान की ओर टकटकी लगाए किसानो के मायूस चेहरो और उदास आखो मे खुशी व चमक का समय आ गया है। जल्द ही तपिश बिखेरता जून शानदार बारिश से किसानो के मन को तर-ब-तर कर देगा।
By Edited By: Updated: Sun, 17 Jun 2012 03:38 AM (IST)
नई दिल्ली। आसमान की ओर टकटकी लगाए किसानों के मायूस चेहरों और उदास आखों में खुशी व चमक का समय आ गया है। जल्द ही तपिश बिखेरता जून शानदार बारिश से किसानों के मन को तर-ब-तर कर देगा। भारतीय मौसम विभाग ने 22 जून से महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर राज्यों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के जमकर बरसने की उम्मीद जताई है। इस पूरे क्षेत्र में धान, तिलहन और दलहन की खेती की जाती है। हालांकि, उत्तर भारत को अभी भी एक हफ्ते और तपिश झेलनी पड़ेगी।
मौसम विभाग का कहना है कि 18 जून के आसपास पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी पर चक्रवातीय हवाओं का दबाव बन सकता है, जो बाद में कम दबाव का क्षेत्र तैयार कर सकती हैं। इससे पूर्वी भारत में झमाझम बारिश होने के आसार हैं। सप्ताह के अंत में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के लिए मौसम अनुकूल हो सकता है। विभाग ने सलाह दी है कि इस दौरान किसानों को तेजी से खरीफ की बुआई कर लेनी चाहिए। दरअसल, दक्षिण-पश्चिमी मानसून में देरी के कारण देश के कई हिस्सों में खरीफ की बुआई काफी पिछड़ गई है।मौसम विभाग ने बताया कि 1-13 जून के बीच सामान्य से 42 फीसद कम बारिश हुई, जबकि महीने के दूसरे हफ्ते में यह 50 फीसद कम रही। आइएमडी के महानिदेशक एलएस राठौर ने अगले कुछ दिन के भीतर मानसून के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद जताई। वहीं, शुक्रवार को भुवनेश्वर में मानसून पूर्व फुहारों से राजा उत्सव में शामिल लोगों के चेहरे खिल उठे।उत्तर व पूर्वी भारत इन दिनों प्रचंड धूप और गर्म हवाओं से झुलस रहा है। शनिवार को भी पारा 40 डिग्री से ऊपर बना रहा। ओडिशा में लू के कारण ग्रीष्मकालीन अवकाश एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान औसत से चार डिग्री ऊपर 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में गर्मी से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बिहार में उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल है।
गर्मी ने लील लीं 61 जानेंजागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। उत्तर व मध्य भारत में पड़ रही भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने शनिवार को 61 जानें लीं। सबसे ज्यादा बिहार से 37 लोगों की मौत की सूचना है। उत्तर प्रदेश में 21 लोगों की जान गई जबकि पंजाब में तीन की। मौसम की मार से बड़ी संख्या में लोग बीमार भी पड़ रहे हैं। लू, डायरिया व पीलिया से पीड़ित लोगों से उत्तर प्रदेश के ज्यादातर अस्पतालों के बेड फुल हो गए हैं। अन्य मैदानी राज्यों में भी यही हाल है। पर्वतीय राज्यों में भी इस बार गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। जम्मू में गर्मी का पिछले तीन साल का रिकॉर्ड टूटा तो शिमला में इस बार लोग एसी का प्रयोग कर रहे हैं।
शनिवार को राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिन भर चिलचिलाती धूप के बीच गर्म हवाएं चलती रहीं। रात में भी हवाओं की गर्मी शांत नहीं हुई। पड़ोसी राज्य हरियाणा का भी यही हाल रहा। हिसार में पारा 44 डिग्री तक पहुंचा। पंजाब में गर्मी ने तीन लोगों की जान ली। अमृतसर में पारा 46.6 डिग्री तक पहुंचा। उत्तर प्रदेश और बिहार में स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही। बिहार में शनिवार को लू लगने से कुल 37 लोगों की मौत हो गई। औरंगाबाद से पारा 46 डिग्री तक पहुंचा। सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई। उत्तर प्रदेश में 21 लोगों की मौत हो गई। अधिकतम तापमान बलिया में 44.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान में भी गर्मी से लोग दिन भर परेशान हुए। श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पर्वतीय राज्यों का इस बार बुरा हाल है। जम्मू में गर्मी का पिछले तीन साल का रिकॉर्ड टूटा है। अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लोग दिन भर गर्म हवाओं से जूझते नजर आए। ऐसा ही हाल हिमाचल प्रदेश का है। ऊना अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। शिमला में गर्मी इस कदर बढ़ गई है कि लोग एसी चला रहे हैं।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर