77th Independence Day: 'मेरी माटी मेरा देश' से आजादी का अमृत महोत्सव का समापन, क्या है ये अभियान?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जुलाई को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 103वें संस्करण के दौरान मेरी माटी मेरा देश अभियान की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य देश के लिए अपनी जान गंवाने वाले बहादुर जवानों का सम्मान करना है। प्रधानमंत्री ने कहा था अभियान के तहत हमारे अमर शहीदों की याद में पूरे भारत में गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Tue, 08 Aug 2023 02:29 PM (IST)
जागरण, ऑनलाइन डेस्क। स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) करोड़ों भारतीयों के लिए खुशी का पल है। इस साल 15 अगस्त को देश अपनी आजादी के 76 साल पूरे करने जा रहा है। इस दिन प्रधानमंत्री लाल किले की प्रचीर से देश को संबोधित करेंगे। पिछले साल केंद्र सरकार ने देशभर में 'हर घर तिरंगा अभियान' की घोषणा की थी जिसके बाद आम लोगों नो अपने घरों की छत पर तिरंगा फहरा कर इस अभियान में भाग लिया था।
केंद्र सरकार ने इस स्वतंत्रता दिवस के अवपर पर 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के साथ इस मनाने का नया कार्यक्रम तैयार किया है। यह अभियान 9 अगस्त को शुरू की जाएगी और स्वतंत्रता दिवस तक चलेगी. मगर, यह कैंपेन क्या है? इस स्टोरी में हम जानते हैं कि मेरी माटी मेरा देश अभियान क्या है।
क्या है मेरी माटी मेरा देश?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जुलाई को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 103वें संस्करण के दौरान 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य देश के लिए अपनी जान गंवाने वाले बहादुर जवानों का सम्मान करना है। प्रधानमंत्री ने कहा था, अभियान के तहत, "हमारे अमर शहीदों" की याद में पूरे भारत में गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।वीर शहीदों की याद में देशभर में कार्यक्रम
समाचार एजेंसी पीटीआई ने पीएम मोदी के हवाले से कहा, "इन वीर शहीदों की याद में देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख लगाए जाएंगे।" सरकार ने इस अभियान के लिए 'अमृत कलश यात्रा' की भी योजना बनाई है, जिसमें देशभर के गांवों से कलश में मिट्टी और पौधे दिल्ली लाए जाएंगे।यह अमृत कलश यात्रा गांवों और देश के अलग-अलग कोनों से 7,500 कलशों में मिट्टी लेकर दिल्ली पहुंचेगी। साथ ही यह यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों से पौधे भी लेकर आएगी। पीएम मोदी ने कहा है कि 7,500 कलश, मिट्टी और पौधों से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के करीब एक 'अमृत वाटिका' बनाई जाएगी।
संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक, यह अमृत वाटिका, एक स्पेशल गार्डन, 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का एक भव्य प्रतीक बनेगा, जिसका उद्देश्य अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच बातचीत को बढ़ाना और आपसी समझ का समर्थन करना है।