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मुंबई के भाभा रिसर्च सेंटर पर मंडराया ड्रोन सुरक्षा में गंभीर चूक

मुंबई के भाभा रिसर्च सेंटर (बार्क) परिसर के ऊपर सोमवार को एक ड्रोन उड़ता देखा गया। ड्रोन की ऊंचाई 20 मीटर बताई गई है। ड्रोन 25 मिनट तक परिसर पर मंडराता रहा इसके बाद गायब हो गया। इसे सुरक्षा में गंभीर चूक माना जा रहा है। पुलिस ने इस मामले

By Manoj YadavEdited By: Updated: Tue, 07 Jul 2015 09:12 PM (IST)
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मुंबई। मुंबई के भाभा रिसर्च सेंटर (बार्क) परिसर के ऊपर सोमवार को एक ड्रोन उड़ता देखा गया। ड्रोन की ऊंचाई 20 मीटर बताई गई है। ड्रोन 25 मिनट तक परिसर पर मंडराता रहा इसके बाद गायब हो गया। इसे सुरक्षा में गंभीर चूक माना जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

प्रोफेसर ने ड्रोन को उड़ता देखा और इसकी वीडियो रिकॉर्ड कर ली जिसके बाद पुलिस में शिकायत की गई। पुलिस ने ड्रोन उड़ाने वाले शख्स की पहचान कर ली है। तीन लोग रिमोट के सहारे ड्रोन बीएआरसी पर उड़ा रहे थे। एक प्रॉफेसर के रोकने के बाद ये तीनों फरार हो गए। पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई में पुलिस से इजाजत लिए बिना ड्रोन उड़ाना अपराध है।

बता दें की बीएआरसी आतंकियों के निशाने पर है। ट्रॉम्बे पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि तीन लोग सिल्वर रंग की टोयोटा कार में बार्क के पास आए थे। इनमें से दो लोग रिमोट के जरिए ड्रोन को उड़ा रहे थे। पुलिस ने इस मामले मे एक बड़े प्रॉपर्टी बेवसाइट में काम करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों का दावा है की वे अपने वेबसाईट पर यहां की प्रॉपर्टी के विजुअल्स अपलोड करने के लिए ड्रोन से शूटिंग कर रहे थे।

1957 में बना रिसर्च सेंटर

भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर भारत का पहला न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर है। इसका उदघाटन पंडित जवाहर लाल नेहरु ने 20 जनवरी 1957 को में किया था। 12 जनवरी 1967 को तत्कालीन प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी ने इस रिसर्च सेंटर का नाम इसके संस्थापक होमी भाभा के नाम पर भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर रख दिया। होमी भाभा की मृत्यु 24 जनवरी 1966 में एक विमान हादसे के दौरान हो गई थी।