Santosh Yadav: दो बार माउंट एवरेस्ट फतह कर चुकी हैं संतोष यादव, पद्मश्री से भी हुई हैं सम्मानित
संतोष यादव ने दो बार माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने में सफलता हासिल की हैं। उनका जन्म हरियाणा में रेवाड़ी जिले के जोनियावास गांव में साल 1968 में हुआ था। अपनी शिक्षा जयपुर से पूरी करने के बाद वह पर्वतारोही बनने की तैयारी में जुट गई थीं।फोटो जागरण।
By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Tue, 09 May 2023 05:36 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दुनिया का हर एक पर्वतारोही अपने जीवन में एक बार माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करना चाहता है। हालांकि, इस कोशिश में अभी तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, इसकी चोटी को फतह कर लेने वाले पर्वतारोही अपने नाम कई रिकॉर्ड बना लेते हैं। इसी तरह भारत के हरियाणा से आने वाली संतोष यादव हैं, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को एक बार नहीं बल्कि दो बार फतह कर रिकॉर्ड अपने नाम की हैं। मालूम हो कि संतोष याद इस रिकॉर्ड को कायम करने वाली पहली भारतीय भी हैं।
पहली महिला पर्वतारोही होने का बनाया रिकॉर्ड
संतोष यादव ने दो बार माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर यह साबित कर दिया है कि अगर आपके इरादे पक्के और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। यादव ने साल 1992 में पहली बार माउंट एवरेस्ट को फतह किया। इसके बाद उन्होंने साल 1993 में वह दोबार एवरेस्ट को फतह करने गईं और सफल रहीं। इसी के साथ संतोष यादव ने दुनिया की पहली महिला होने का रिकॉर्ड कायम किया, जिन्होंने 8848 मीटर शिखर माउंट एवरेस्ट को 2 बार फतह किया हो। संतोष कांगशंग की तरफ से माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ने वाली दुनिया की पहली महिला भी हैं।
हरियाणा के रेवाड़ी से आती हैं संतोष यादव
संतोष यादव का जन्म हरियाणा में रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव जोनियावास में साल 1968 में हुआ था। बचपन में उनके गांव में लड़कियों की पढ़ाई पर अधिक ध्यान नहीं दिया जाता था। हालांकि, इस सब के बावजूद भी उनके परिवार ने उन्हें पढ़ाया और आगे की पढ़ाई के लिए जयपुर भेजा।ॉजयपुर से पूरी हुई है शिक्षा
संतोष यादव ने जयपुर महाविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की। पढ़ाई पूरी करने के बाद संतोष ने पर्वतारोही बनने की तैयारी करने लगीं। संतोष ने कई कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अपनी मेहनत जारी रखा और उन्होंने पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपना नाम बनाया। अंततः उन्होंने दो बार माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाली पहली महिला पर्वतारोही बन गईं।कांगशंग फेस से भी कर चुकी हैं एवरेस्ट की चढ़ाई
संतोष यादव ने माउंट एवरेस्ट को दो बार फतह किया। पहली बार साल 1992 में उन्होंने जब इसकी चढ़ाई चढ़ी तो वह एक भारत-नेपाली टीम के साथ थीं। वहीं, दूसरी बार उन्होंने कांगशंग मुख से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की जो पूर्व दिशा की ओर है और इसको अन्य पक्षों की तुलना में बहुत अधिक कठिन माना जाता है।