भारतीय संसद की पहली बैठक कब हुई, कौन थे स्पीकर और कितने मतदाताओं ने चुनी सरकार; पढ़ें सबकुछ
Todays history 13th May First session of parliament after freedom भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में 13 मई का दिन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन 1952 में स्वतंत्र भारत की संसद में पहला सत्र आयोजित हुआ था। इसे देश में आधुनिक लोकतंत्र की शुरुआत माना जाता है।
By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 12 May 2023 07:03 PM (IST)
नई दिल्ली, अच्युत कुमार द्विवेदी। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में 13 मई का दिन बेहद खास है। इसी दिन साल 1952 में संसद का पहला सत्र बुलाया गया था। इसे आधुनिक भारतीय लोकतंत्र की शुरुआत माना जाता है।
देश में पहला आम चुनाव कब हुआ?
देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी। इसके बाद एक अंतरिम सरकार शासन कर रही थी, जो संविधान सभा से मिलकर बनी थी। 26 जनवरी 1950 को संविधान अपनाने के बाद 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक पहला आम चुनाव हुआ। इस चुनाव में देश की 36 करोड़ की आबादी में से 17.3 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
भारत की लोकसभा का पहला सत्र कब हुआ ?
देश में पहले आम चुनाव के बाद 17 अप्रैल 1952 को पहली लोकसभा का गठन किया गया। यह लोकसभा पांच साल तक चली। इसे चार अप्रैल 1957 को भंग कर दिया गया। इस लोकसभा का पहला सत्र 13 मई 1952 को शुरू हुआ। उस समय कुल लोकसभा सीटें 489 थीं।संसद का पहला सत्र कब बुलाया गया?
संसद (राज्यसभा और लोकसभा) का पहला सत्र 13 मई 1952 को बुलाया गया। इस दिन सभी सांसदों को शपथ दिलानी थी। लोकसभा स्पीकर जी वी मावलंकर ने सांसदों को शपथ दिलाई। हालांकि, सभी सांसदों को शपथ नहीं दिलाई जा सकी। पहले दिन शपथ लेने वालों में प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू भी शामिल थे।पहले लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को मिला बहुमत?
लोकसभा के पहले आम चुनाव में कांग्रेस ने 489 लोकसभा सीटों में से 364 पर जीत हासिल कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया। कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा 37 सांसद निर्दलीय थे। इसके अलावा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को 16, सोशलिस्ट पार्टी को 12, किसान मजदूर पार्टी को नौ, अखिल भारतीय हिंदू महासभा को चार, भारतीय जनसंघ को तीन, राम राज्य परिषद को तीन, रिवाल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी को तीन, शेड्यूल कास्ट फेडरेशन को दो, सोशलिस्ट पार्टी को 12 सीटों पर जीत मिली थी।
पहली लोकसभा के सांसदों की शिक्षा और उम्र
- करीब 75 सांसद कानून में स्नातक या स्नातकोत्तर थे, जबकि करीब 35 सांसद कला या विज्ञान में स्नातक थे।
- विदेश से स्नातक डिग्री हासिल करने वाले सांसदों की संख्या 15 से ज्यादा थी।
- पहली संसद में 20 प्रतिशत सांसदों की आयु 56 साल या उससे अधिक थी।
- 70 साल से ज्यादा की आयु का कोई भी सांसद नहीं था।
- 26 प्रतिशत सांसदों की आयु 40 साल या उससे कम थी।
भारतीय संसद के कितने अंग होते हैं?
संसद देश का सर्वोच्च विधायी निकाय है। यह भारत के राष्ट्रपति, राज्यसभा (राज्यों का सदन) और लोक सभा (लोगों का सदन) से बना हुआ है। राष्ट्रपति के पास सदन को बुलाने, सत्रावसान करने और लोकसभा को भंग करने की शक्ति है। राज्यसभा को उच्च सदन, जबकि लोकसभा को निम्न सदन कहा जाता है। तीन अप्रैल 1952 को राज्यसभा और 17 अप्रैल 1952 को लोकसभा का गठन हुआ।राज्यसभा का गठन कब किया गया?
तीन अप्रैल 1952 को काउंसिल आफ स्टेट्स का गठन किया गया, जिसका नाम 23 अगस्त 1954 को बदलकर राज्यसभा कर दिया गया। राज्यसभा का पहला सत्र 13 मई 1952 को आयोजित किया गया था।लोकसभा के पहले स्पीकर कौन थे?
लोकसभा के पहले स्पीकर जी. वी. मावलंकर थे। ये 15 मई 1952 से लेकर 27 फरवरी 1956 तक स्पीकर रहे।लोकसभा के पहले डिप्टी स्पीकर कौन थे?
लोकसभा के पहले डिप्टी स्पीकर एम अनंत शयनम अयंगर थे। ये 30 मई 1952 से लेकर सात मार्च 1956 तक डिप्टी स्पीकर रहे।राज्यसभा के पहले सभापति और उपसभापति कौन थे?
राज्यसभा के पहले सभापति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। वे देश के पहले उपराष्ट्रपति थे। उपराष्ट्रपति ही राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। वहीं, एस वी कृष्णमूर्ति राव थे।संसद को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके उत्तर
- संसद के तीन सत्र कौन-कौन से होते हैं? तीन (बजट सत्र, मानसून सत्र, शीतकालीन सत्र)
- संसद का सबसे छोटा सत्र कौन सा होता है? शीतकालीन सत्र
- लोकसभा में कितने सांसद कितने होते हैं? 543
- राज्यसभा में कितने सांसद होते हैं? 243
- भारत का संविधान कब लागू हुआ? 26 जनवरी 1950
- देश में पहला आम चुनाव कब हुआ? 1951-52
- पहली निर्वाचित संसद कब अस्तित्व में आई? अप्रैल, 1952
- संसद की प्रथम बैठक कब हुई? 13 मई 1952
- संसद के सत्र को कौन बुलाता है? राष्ट्रपति
- भारतीय संसद कहां स्थित है? नई दिल्ली
- वर्तमान में भारत में कौन सी लोकसभा चल रही है? 17वीं