पत्रकार ने केरल के सीएम को लिखा पत्र, फिल्म में महिलाओं को ISIS में शामिल होने और जबरन धर्मांतरण दिखाया गया
फिल्म के टीजर में दावा किया गया कि केरल की 32000 लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा था और फिर बाद में आतंकवादी समूह ISIS में शामिल हो गईं। फिल्म का टीजर 3 नवंबर 2022 को सनशाइन पिक्चर्स नामक एक YouTube चैनल पर जारी किया गया है।
By AgencyEdited By: Dhyanendra Singh ChauhanUpdated: Tue, 08 Nov 2022 12:24 PM (IST)
चेन्नई, एएनआइ। तमिलनाडु के पत्रकार अरविंदक्षण बीआर (Aravindakshan B R) ने केरल की एक फिल्म के टीजर पर सवाल खड़े किए हैं। पत्रकार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को 'द केरल स्टोरी' नामक एक रिलीज होने वाली फिल्म का टीजर देखने के बाद पत्र लिखा है। पत्रकार ने केरल सरकार से फिल्म के निर्देशक को पूछताछ के लिए बुलाने और जारी किए गए टीजर की सत्यता की जांच करने के लिए कहा है। फिल्म के टीजर में दावा किया गया कि केरल की 32,000 लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा था और फिर बाद में आतंकवादी समूह ISIS में शामिल हो गईं।
अरविंदक्षण बीआर के अनुसार फिल्म का टीजर 3 नवंबर, 2022 को सनशाइन पिक्चर्स नामक एक YouTube चैनल पर जारी किया गया है।
महिलाओं को आतंकी समूहों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाया गया
सीएम को लिखे पत्र में कहा गया कि विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित, सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित टीजर केरल की 32,000 महिलाओं की दिल दहला देने वाली कहानी को दर्शाता है। फिल्म में इन महिलाओं को आइएसआइएस (इस्लामिक इराक और सीरिया) आतंकी समूहों में शामिल होने के लिए कट्टरपंथी बनाया गया है।यह भी पढ़ें: 14 साल के वनवास में भगवान राम, सीता और लक्ष्मण इन 17 जगहों पर ठहरे थे, केंद्र सरकार जल्द बनाएगी कॉरिडोर
पत्रकार ने केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री को भी लिखा पत्र
अरविंदक्षण बीआर ने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और सचिव अपूर्व चंद्रा को शिकायत भेजकर इसकी सामग्री की सत्यता की जांच करने को कहा है। उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि केंद्र सरकार की ओर से यह आवश्यक है कि वह सूचना के स्रोत की पूरी तरह से जांच करे जिसके आधार पर फिल्म बनाई गई थी। उन्होंने पत्र में कहा कि ट्रेलर एक अंतरराष्ट्रीय सीमा के सामने एक मुस्लिम महिला की कहानी बताता है।
यह भी पढ़ें: कर्नाटक के भाइयों ने 'ब्लड स्टेम सेल्स' दान कर बचाई दो कैंसर रोगियों की जान, जानें क्या है ये पद्धति