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कोरोना के बाद अब मलेरिया की वैक्सीन बनाने पर दिया जाएगा जोर, अदार पूनावाला बोले- चार महीने में पूरे देश का हो जाएगा टीकाकरण

Malaria Vaccine अदार पूनावाला ने कहा कि अगर भविष्य में कभी महामारी आती है तो पूरे भारत का टीकाकरण केवल तीन से चार महीने में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सीरम के पास मलेरिया वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार करने की क्षमता है। कोविशील्ड वैक्सीन की मांग में कमी के कारण अब कोरोनारोधी वैक्सीन बनाने की क्षमता का उपयोग मलेरिया की वैक्सीन बनाने में करेगी।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 11 Mar 2024 06:00 AM (IST)
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Malaria Vaccine मलेरिया की वैक्सीन बनाने पर जोर।
रायटर, पुणे। Malaria Vaccine  दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने कहा कि कारोना की वैक्सीन के बाद अब कंपनी मलेरिया की वैक्सीन बनाने पर जोर देगी। इसके लिए कंपनी ने अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाया है।

कोरोनारोधी वैक्सीन कम बनाई जा रही

सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना की कोविशील्ड वैक्सीन बनाती है। मांग में कमी के कारण कोरोनारोधी वैक्सीन कम बनाई जा रही है। कंपनी अब कोरोनारोधी वैक्सीन बनाने की क्षमता का उपयोग मलेरिया की वैक्सीन बनाने में करेगी।

तीन से चार महीने में पूरे देश का हो जाएगा टीकाकरण

पूनावाला ने कहा, अगर भविष्य में कभी महामारी आती है तो पूरे भारत का टीकाकरण केवल तीन से चार महीने में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सीरम के पास मलेरिया वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार करने की क्षमता है। मांग बढ़ने पर इसे और बढ़ाया जा सकेगा।

हर साल लाखों लोग डेंगू-मलेरिया की चपेट में आते हैं। पूनावाला ने कहा कि मलेरिया वैक्सीन को लेकर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सौदे के बजाय टीकों के निर्यात पर जोर दिया जाएगा। डेंगू की वैक्सीन का भी परीक्षण किया जा रहा है।