Aditya L1 Mission: आदित्य-एल1 ने अंतरिक्ष से भेजी सूर्य की रंग बिरंगी तस्वीरें, आप भी देखें खूबसूरत नजारा
आदित्य एल1 में लगे पेलोड सूट (SUIT) ने सूर्य की बेहद खूबसूरत तस्वीर को कैद करने में सफलता हासिल की है।ISRO ने कहा कि कहा कि आदित्य-एल1 में लगे सूट पेलोड ने अल्ट्रावायलेट वेवलेंथ्स के पास सूर्य की फुल डिस्क तस्वीर लेने में सफलता हासिल की है। इसके द्वारा ली गई तस्वीरों में 200 से 400 एनएम तक की तरंग दैर्ध्य में सूर्य का पहला फुल डिस्क रिप्रजेंटेशन शामिल है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 09 Dec 2023 12:28 AM (IST)
पीटीआई, बेंगलुरु। Aditya L1 Mission: सूर्य का रहस्य खंगालने 15 लाख किलोमीटर के सफर पर निकले आदित्य एल1 ने अंतरिक्ष से सूर्य की रंग बिरंगी तस्वीरें भेजी हैं। 'आदित्य' में लगे सोलर अल्ट्रावायलट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआइटी) पेलोड ने पराबैंगनी तरंगदैर्ध्य में सूर्य की पूर्ण-डिस्क तस्वीरों को खींच कर कीर्तिमान रचा है।
सूर्य की पूर्ण-डिस्क तस्वीरों को खींचने में पहली बार मिली सफलता
एसयूआइटी ने 200-400 एनएम तरंगदैर्ध्य रेंज में पहली बार सूर्य की पूर्ण-डिस्क तस्वीरों को खींचने में सफलता हासिल की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार एसयूआइटी ने विभिन्न फिल्टरों का उपयोग करके इस तरंग दैर्ध्य में सूर्य के फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर की तस्वीरें खींचीं।
इसरो ने क्या कहा?
इसरो ने शुक्रवार को कहा कि 20 नवंबर, 2023 को एसयूआइटी पेलोड को सक्रिय किया गया था। इस टेलीस्कोप ने छह दिसंबर, 2023 को ये तस्वीरें खींचीं। 11 अलग-अलग फिल्टर का उपयोग करके खींचीं गईं इन अभूतपूर्व तस्वीरों में 200 से 400 एनएम तक की तरंग दैर्ध्य में सूर्य की पहली पूर्ण-डिस्क तस्वीरों को देखा जा सकता है। इस उपलब्धि से विज्ञानियों को वैज्ञानिकों को सूर्य के फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर के बारे में अध्ययन करने में मदद मिलेगी। इससे पृथ्वी की जलवायु पर सोलर विकिरण के प्रभावों पर रोक लगाने में भी सहायता मिलेगी।Aditya-L1 Mission:
— ISRO (@isro) December 8, 2023
The SUIT payload captures full-disk images of the Sun in near ultraviolet wavelengths
The images include the first-ever full-disk representations of the Sun in wavelengths ranging from 200 to 400 nm.
They provide pioneering insights into the intricate details… pic.twitter.com/YBAYJ3YkUy
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कई संस्थानों ने मिलकर किया था एसयूआइटी को विकासित
एसयूआइटी का विकास इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फार एस्ट्रोनामी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पुणे ने इसरो, मणिपाल एकेडमी आफ हायर एजुकेशन, आइआइएसईआर-कोलकाता के सेंटर फार एक्सीलेंस इन स्पेस साइंस इंडिया, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एस्ट्रोफिजिक्स बेंगलुरु, उदयपुर सोलर आब्जर्वेटरी (यूएसओ-पीआरएल) तेजपुर विश्वविद्यालय असम के साथ मिलकर किया है।यह भी पढ़ेंः सात जनवरी तक एल1 प्वाइंट पर पहुंचेगा 'आदित्य', इसरो प्रमुख का दावा; पढ़ें कब लॉन्च हुआ था पहला सूर्य मिशन