Aero India 2023: F35 के बाद अमेरिका ने एयरो इंडिया में उतारा B-1B सुपरसोनिक बॅाम्बर
एयरो इंडिया में अमेरिकी वायु सेना के दो सुपसोनिक जहाज बी-1बी लांसर जेट (B-1B Lancer Heavy bomber jets) भी शामिल हुए। इस जेट का इस्तेमाल लंबी दूरी तक बम बरसाने के लिए किया जाता है। इस प्रदर्शनी में एक F-16 फाइटिंग फाल्कन डुवो रोज हवाई प्रदर्शन कर रहा है।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 14 Feb 2023 05:49 PM (IST)
बेंगलुरु, एजेंसी। युद्धक विमानों, रक्षा उपकरणों एवं तकनीक को प्रदर्शित करने वाली एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी-एयरो इंडिया में अमेरिकी वायु सेना के दो सुपसोनिक जहाज बी-1बी लांसर बॅाम्बर (B-1B Lancer Heavy bomber jets) भी शामिल हुए।
इस जेट का इस्तेमाल लंबी दूरी तक बम बरसाने के लिए किया जाता है। सोमवार को इस प्रदर्शनी में अमेरिका की ओर से पांचवी पीढ़ी के दो सुपरसोनिक जेट एफ-35 (F-35) को भी उतारा गया था। इस बॅाम्बर को 'बोन' के नाम से भी जाना जाता है जो अमेरिका की वायुसेना के परंपरागत हथियार ले जाने वाला सबसे बड़ा विमान है।
रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को दोनों देश कर रहे मजबूत
रूस-यूक्रन युद्ध के मद्देनजर भारत और अमेरिका अपनी रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करने की कोशिश में जुटा है। बेंगलुरु के नजदीक येलहंका वायु सेना स्टेशन परिसर में एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का उद्घाटन सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस आयोजन की महत्ता इससे समझी जा सकती है कि इसमें करीब सौ देशों की आठ सौ से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं।इनमें कई प्रमुख देशों की नामी कंपनियां हैं। इससे बेहतर और कुछ नहीं कि रक्षा क्षेत्र की भारतीय कंपनियां इनसे होड़ ले रही हैं। यह होड़ भारत के बढ़ते सामर्थ्य को ही रेखांकित करती है। बता दें कि फरवरी, साल 2021 में एयरो इंडिया के उद्घाटन के दिन फ्लाई-बाई का आयोजन के दौरान पहली बार बी-1बी लांसर जेट ने भारत में दस्तक दी थी।
कई अमेरिकी विमान प्रदर्शनी में है मौजूद
दिल्ली में अमेरिकी दूतावास में मौजूद रक्षा क्षेत्र से जुड़े अधिकारी रियर एडमिरल माइकल बेकर ने कहा, 'हम दूसरी बार भारत में बी1 को लेकर खुश हैं। दोनों देशों की सेनाएं जबरदस्त हैं और जब दोनों देशों की सेनाएं एक साथ मिलकर काम करते हैं, तो वो और भी बेहतर बन जाते हैं।' इस प्रदर्शनी में एक F-16 फाइटिंग फाल्कन डुवो रोज हवाई प्रदर्शन कर रहा है।
अमेरिकी नौसेना के F/A-18E और F/A-18F सुपर हॉर्नेट मल्टीरोल लड़ाकू विमान येलहंका एयर फोर्स बेस पर स्थिर प्रदर्शन पर हैं। एयरो इंडिया में भाग लेने वाली अमेरिकी कंपनियों में बोइंग, जीई एयरोस्पेस, जनरल एटॉमिक्स एरोनॉटिकल सिस्टम्स इंक, लॉकहीड मार्टिन, प्रैट एंड व्हिटनी, टीडब्ल्यू मेटल्स, एलएलसी और यूनाइटेड परफॉर्मेंस मेटल्स शामिल हैं।यह भी पढ़ें: एयरो इंडिया का संदेश, अन्य क्षेत्रों की तरह रक्षा क्षेत्र में भी निजी कंपनियों की भागीदारी आवश्यक