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Agnipath Scheme: नया कोर्स तैयार कर रहा NIOS, 10वीं पास अग्निवीर जारी रख सकेंगे आगे की पढ़ाई

शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह ऐसे रक्षा कर्मियों के लिए एक विशेष तीन वर्षीय कौशल-आधारित स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू करेगा जो रक्षा प्रतिष्ठानों में उनके कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा प्राप्त कौशल प्रशिक्षण को मान्यता देगा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Thu, 16 Jun 2022 10:01 PM (IST)
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10वीं कक्षा पास कर चुके अग्निवीरों को अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने में सक्षम बनाया जा सके
नई दिल्ली, प्रेट्र। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) रक्षा मंत्रालय के विभिन्न अधिकारियों से परामर्श कर अग्निपथ योजना के तहत एक नया पाठ्यक्रम तैयार कर रहा है। शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इसके जरिये 10वीं पास अग्निवीर आगे की पढ़ाई जारी रख पाएंगे और कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें 12वीं का सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह पाठ्यक्रम उनके सेवा क्षेत्र के अनुकूल होगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने एनआइओएस की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय अग्निपथ योजना का पूरी तरह समर्थन करता है। उन्होंने ट्वीट किया, एनआइओएस का यह नया कार्यक्रम अग्निपथ योजना के लिए प्रासंगिक होगा। यह पाठ्यक्रम अग्निवीरों को प्रासंगिक जानकारी मुहैया कराएगा। इससे उनका कौशल विकास होगा। वे देशभर में नौकरी कर पाएंगे और उच्च शिक्षा हासिल कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सर्वश्रेष्ठ सेवाओं में चुनी हुई प्रतिभाओं का आना गौरव की बात है। इससे सबको लाभ होगा।

रंगरूटों का चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद अग्निवीर योजना समय-समय पर सशस्त्र बलों द्वारा प्रख्यापित संगठनात्मक आवश्यकताओं और नीतियों के आधार पर, नियमित सेवा के लिए प्रत्येक विशिष्ट बैच के 25 प्रतिशत को बनाए रखने का प्रावधान करती है। अग्निवीरों की भर्ती 17.5 से 21 वर्ष की आयु के बीच की जाएगी। 10वीं और 12वीं पास उम्मीदवार भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकते हैं।

एमओई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय का स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग अपने स्वायत्त संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के माध्यम से, रक्षा अधिकारियों के परामर्श से एक विशेष कार्यक्रम स्थापित कर रहा है, जो उन अग्निवीरों को सक्षम करने के लिए जिन्होंने कक्षा 10 पास की है, अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने और एक कक्षा प्राप्त करने के लिए। अनुकूलित पाठ्यक्रम विकसित करके 12 पास प्रमाण पत्र जो न केवल वर्तमान बल्कि उनके सेवा क्षेत्र के लिए बहुत प्रासंगिक हैं।

अधिकारी ने कहा कि इस प्रमाण पत्र को पूरे देश में रोजगार और उच्च शिक्षा दोनों उद्देश्यों के लिए मान्यता दी जाएगी। इससे अग्निशामकों को जीवन में बाद में समाज में उत्पादक भूमिका निभाने के लिए पर्याप्त शैक्षिक योग्यता और कौशल हासिल करने में लाभ होगा। एनआईओएस का विशेष कार्यक्रम पाठ्यक्रम के विकास, छात्र सहायता, स्व शिक्षण सामग्री के प्रावधान, अध्ययन केंद्रों की मान्यता, व्यक्तिगत संपर्क कार्यक्रम, मूल्यांकन और प्रमाणन नामांकन की सुविधा प्रदान करेगा।

शिक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह ऐसे रक्षा कर्मियों के लिए एक विशेष तीन वर्षीय कौशल-आधारित स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू करेगा, जो रक्षा प्रतिष्ठानों में उनके कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा प्राप्त कौशल प्रशिक्षण को मान्यता देगा। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा पेश किए जाने वाले डिग्री प्रोग्राम को रोजगार और शिक्षा के लिए भारत और विदेशों दोनों में मान्यता दी जाएगी। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस योजना को लागू करने के लिए सेना, नौसेना और वायुसेना इग्नू के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे।