संयुक्त अरब अमीरात के AI मंत्री ने 25वें बेंगलुरु टेक समिट को संबोधित, कहा- भविष्य में दिखेगा INDIA का जलवा
यूएई के मंत्री उमर बिन सुल्तान अल ओलामा ने कहा-सिर्फ भूत वर्तमान ही नहीं भविष्य भी भारत का-बोले-भारत तकनीक शिक्षा वित्त और कई अन्य क्षेत्रों को भी नया आकार देगा। उमर सुल्तान अल ओलमा संयुक्त अरब अमीरात में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस राज्य मंत्री हैं।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 16 Nov 2022 07:42 PM (IST)
बेंगलुरु, जेएनएन। संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री उमर बिन सुल्तान अल ओलामा (Omar Sultan AlOlama) ने तकनीक के क्षेत्र में भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि भविष्य में इस क्षेत्र में भारतीय फिंगरप्रिंट हर तरफ और हर जगह देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि भारत का सिर्फ भूत और वर्तमान ही नहीं है, बल्कि भविष्य भी उसी का है। अल ओलामा ने 25वें बेंगलुरु टेक समिट को संबोधित करते हुए बुधवार को कहा कि तकनीक बेंगलुरु जैसी जगहों से प्रभावित होती है, लेकिन तकनीक शेष विश्व से भी आई है। लेकिन उस पर भी भारतीय छाप है। भविष्य में इन तकनीकों पर भारतीय प्रभाव होगा जो हरेक के लिए और हर जगह है।
भविष्य भी होगा भारत के नियंत्रण में: उमर बिन सुल्तान अल ओलामा
आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, डिजिटल इकोनामी और रिमोट वर्क एप्लीकेशंस का पोर्टफोलियो रखने वाले यूएई मंत्री ने कहा कि इसके अलावा भी कई क्षेत्र हैं जिन पर भारत की मजबूत पकड़ है। मुझे नहीं लगता कि यह सिर्फ तकनीक का भविष्य है बल्कि यह सभी कुछ भारत के नियंत्रण में होगा। ओलामा ने एशिया के सबसे बड़े तकनीकी कार्यक्रम में कहा कि भारत केवल तकनीक का भविष्य नहीं है बल्कि यह तकनीक, शिक्षा, वित्त और कई अन्य क्षेत्रों को भी नया आकार देने जा रहा है।
तीनों देश मिलकर निभाएंगे साझेदारी
यूएई के मंत्री ने कहा कि आइ2यू2 (अर्थात भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका) की साझेदारी एक ऐसी आदर्श भूमिका निभाएगी जिससे कई देशों की साझेदारियां बनेंगीं। उन्होंने कहा कि अन्य दावेदार अगर अफ्रीका, पश्चिम एशिया समेत शेष विश्व में अपने विचारों को पहुंचाना चाहते हैं तो उनका स्वाभाविक साथी यूएई ही है।आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक मंत्री हैं ओलामा
उमर सुल्तान अल ओलमा, संयुक्त अरब अमीरात में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस राज्य मंत्री हैं। उन्हें अक्टूबर 2017 में यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा नियुक्त किया गया था। संयुक्त अरब अमीरात, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए एक मंत्री नियुक्त करने वाला पहला देश था।
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