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Air Pollution: दीपावली पर पंजाब-हरियाणा में बड़े पैमाने पर जल सकती है पराली, पर्यावरण मंत्रालय ने दोनों राज्यों को किया सतर्क

Air Pollution दीपावली के दिन ही पराली जलने की सबसे अधिक घटनाएं होती हैं। इसे देखते हुए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने वायु गुणवत्ता आयोग के जरिए दोनों राज्यों को सतर्क किया है। पिछले साल हरियाणा और पंजाब में बड़े पैमाने पर पराली जलाने की घटनाएं सामने आई थी। वर्ष 2022 में दीपावली पर दोनों राज्यों में पराली जलने की सबसे अधिक करीब 16 हजार घटनाएं रिपोर्ट दर्ज हुई थी।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Wed, 30 Oct 2024 10:00 PM (IST)
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दीवाली पर जल सकती है बड़े पैमाने पर पराली। (File Photo)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दीपावली वैसे तो खुशियों का पर्व है। जिसमें लोग एक-दूसरे की खुशी, समृद्धि व बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में दीपावली के बाद हवाएं जिस तरह से जानलेवा हो जाती है, उनमें लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।

हालांकि इनके पीछे सिर्फ पटाखे ही नहीं है बल्कि दीपावली की जगमगाहट में पंजाब-हरियाणा में जलाई जाने वाली पराली भी है। जिसका जहरीली धुंआ दिल्ली-एनसीआर में कुछ इस तरह से छा जाता है कि लोगों की सांसों पर हफ्तों तक संकट बनकर मंडराता रहता है।

पिछले साल भी जली थी पराली

फिलहाल दीपावली के मौके पर पराली न जलने पाए इसे लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने वायु गुणवत्ता आयोग के जरिए पंजाब और हरियाणा की राज्य सरकारों को अलर्ट किया है। साथ ही पिछले सालों के अनुभवों के आधार यह संभावना जताई है कि इस मौके पर ताक में बैठे किसान बड़े पैमाने पर पराली जला सकते है।

मौका देखकर देते हैं अंजाम

  • मंत्रालय से जुड़े शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में वैसे तो 50 प्रतिशत तक पराली कट या जल चुकी है। बाकी पराली को किसान जल्द ही साफ करेंगे, क्योंकि उन्हें बुआई भी करनी है।
  • ऐसे में वह दीपावली का मौका देखकर इस काम अंजाम दे सकते है। यह समय उनके लिए इसलिए भी मुफीद रहता है, क्योंकि त्योहार के चलते मैदानी अमले का मूवमेंट कम रहता है।
  • यही वजह है कि दीपावली के दिन विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देश दिए गए है। साथ ही केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा है।

पिछले सालों में देखे तो दीपावली के दिन ही पराली जलने की सबसे अधिक घटनाएं रिपोर्ट हुई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 में दीपावली 24 अक्टूबर को थी और उस दिन दोनों राज्यों में पराली जलने की सबसे अधिक करीब 16 हजार घटनाएं रिपोर्ट हुई थी।

पराली जलने के सबसे अधिक मामले

वहीं 2023 में दीपावली 12 नवंबर को थी और उस दिन पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश में पराली जलने की करीब 15 हजार घटनाएं रिपोर्ट हुई थी। जो एक दिन में उस सीजन में पराली जलने की सबसे अधिक मामले थे।

वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को दिल्लीवासियों से दिवाली पर पटाखे फोड़ने से परहेज करने और दीये जलाने को कहा। उन्होंने कहा कि दिवाली रोशनी का त्योहार है, पटाखों का नहीं।

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