'UDAN' के तहत आने वाले हवाई अड्डों पर बढ़ाई जाएगी सुरक्षा, गृह मंत्रालय को भेजा गया प्रस्ताव
UDAN स्कीम के तहत आने वाले हवाई अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है। बताया जा रहा है इसका ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया गया है केवल मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 15 Jan 2023 05:40 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। अधिकारियों ने हवाई अड्डों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि केंद्र की क्षेत्रीय संपर्क योजना 'उड़ान' (UDAN) के तहत टियर-टू और टियर-थ्री शहरों में संचालित 60 से अधिक हवाई अड्डों पर जल्द ही लगभग 1,650 सीआईएसएफ के सैनिक तैनात किए जाएंगे। हवाई अड्डों की सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा करने का फैसला लिया गया है।
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और CISF के साथ मिलकर इस प्रस्ताव को तैयार किया है जिसमें लिखा है कि छोटे हवाई अड्डों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह बेहद जरूरी है। प्रस्ताव को गृह मंत्रालय भेज दिया गया है, अब केवल मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत आने वाले हवाई अड्डे जैसे शिमला में तो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान तैनात किए गए हैं लेकिन बाकी जगहों पर राज्य पुलिस या विशेष सशस्त्र इकाइयों द्वारा सुरक्षा दी जाती हैं।
2016 में शुरू की गई थी योजना
केंद्र सरकार ने 21 अक्टूबर, 2016 को उड़ान 'UDAN' (उड़े देश का आम नागरिक) नाम से क्षेत्रीय संपर्क योजना शुरू की थी। इस योजना के जरिए सरकार क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा देना चाहती थी, साथ ही उनका उद्देश्य था कि टियर-2 और टियर-3 क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए हवाई यात्रा सस्ती की जा सके। हालांकि, हवाई उड़ाने को नियंत्रित करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय होता है लेकिन नरेन्द्र मोदी की योजनाओं को लागू करना एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की जिम्मेदारी होती है।57 सुरक्षाकर्मी किए जाएंगे तैनात
ताजा ब्लूप्रिंट के अनुसार, 'UDAN' योजना के तहत संचालित प्रत्येक हवाईअड्डों पर 57 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। इसमें 27 सुरक्षाकर्मी 'सीआईएसएफ' के होंगे और बाकि सभी सुरक्षाकर्मियों की तैनाती प्रमाणित निजी सुरक्षा एजेंसियों से लिए गए होंगे। संबंधित राज्य सरकार और एएआई उन 57 कर्मियों को सभी सुविधाएं देंगी। इसके साथ ही इन सभी सुरक्षाबलों को यात्रियों की तलाशी के लिए सुरक्षा उपकरणों जैसे हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर आदि भी राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।