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अब अजीत डोभाल जा रहे मॉस्को, क्या है मोदी की Russia-Ukraine युद्ध रोकने की प्लानिंग?

Ajit Doval Russia Visit रूस-यूक्रेन में करीब ढाई साल से युद्ध चल रहा है। पीएम मोदी इसको लेकर कई बार अपना नजरिया साफ कर चुके हैं और शांतिपूर्ण समाधान की पैरवी कर चुके हैं। इस बीच ये बात सामने आई है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान पर बातचीत के लिए मॉस्को जाएंगे।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 08 Sep 2024 12:09 PM (IST)
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Ajit Doval to meet Vladimir Putin रूस जाएंगे अजीत डोभाल।

जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Ajit Doval Russia Visit रूस-यूक्रेन युद्ध को रुकवाने के लिए दुनिया के तमाम देश भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। पीएम मोदी खुद भी इसको लेकर कई बार अपना नजरिया साफ कर चुके हैं और शांतिपूर्ण समाधान की पैरवी कर चुके हैं। 

इस बीच खबर सामने आई है कि देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान पर बातचीत के लिए रूस जाएंगे। 

मॉस्को में मोदी के शांति दूत बनेंगे डोभाल

टीवी चैनल सीएनएन न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, अजीत डोभाल रूस में पीएम मोदी के शांति दूत बनकर जाने वाले हैं। वो दोनों देशों में युद्ध की समाप्ति की पैरवी करेंगे। बता दें कि हाल ही में पीएम मोदी ने यूक्रेन दौरे पर भी युद्ध को रोकने की बात कही थी। 

मोदी ही रुकवा सकते हैं युद्ध

मोदी के यूक्रेन दौरे के दौरान राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी कहा था कि उनको भारतीय पीएम से ही उम्मीद है कि वो युद्ध को रुकवा सकते हैं। दूसरी ओर बीते दिनों रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने भी फिर माना कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत यूक्रेन युद्ध पर वार्ता कर शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

Meloni ने भी किया भारत का जिक्र

इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है।इटली के सरकारी टीवी चैनल के अनुसार मेलोनी ने युद्ध के समाधान में चीन और भारत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यदि रूसी सेना यूक्रेन की धरती से हट जाए तो यह समाधान आसान हो जाएगा।

जार्जिया मेलोनी ने आगे कहा कि इटली कभी यूक्रेन का समर्थन करने से पीछे नहीं हटेगा, क्योंकि ये न सिर्फ नैतिक रूप से सही है, बल्कि देश हित में भी है।  

यह भी पढ़ें- पुतिन के बाद इटली की पीएम मेलोनी ने भी माना, कहा- रूस और यूक्रेन युद्ध सुलझाने में भारत निभा सकता है अहम भूमिका