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'ALH Dhruv' ने जहाज परीक्षण में किया क्षमताओं का सफल प्रदर्शन, चेन्नई तट के पास तटरक्षक बल के सहयोग से किए गए परीक्षण

हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अत्याधुनिक हल्के हेलीकाप्टर (एएलएच) ध्रुव एमके-3 एमआर ने डेक आपरेशंस में अपनी क्षमताओं का सफल प्रदर्शन किया है। इनमें डेक पर लैंडिंग ब्लेड्स को फोल्ड करना और जहाज के हैंगर में हेलीकाप्टर को खड़ा करना शामिल है।

By TaniskEdited By: Updated: Thu, 29 Apr 2021 11:42 PM (IST)
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'एएलएच ध्रुव' ने जहाज परीक्षण में किया क्षमताओं का सफल प्रदर्शन।
बेंगलुरु, प्रेट्र। हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के अत्याधुनिक हल्के हेलीकाप्टर (एएलएच) ध्रुव एमके-3 एमआर ने डेक आपरेशंस में अपनी क्षमताओं का सफल प्रदर्शन किया है। इनमें डेक पर लैंडिंग, ब्लेड्स को फोल्ड करना और जहाज के हैंगर में हेलीकाप्टर को खड़ा करना शामिल है। एचएएल ने एक बयान जारी कर बताया कि चेन्नई तट के पास हाल में भारतीय तटरक्षक बल के साथ मिलकर किए गए परीक्षण में हैंगर के अंदर व डेक पर रखरखाव की गतिविधियां और चालू इंजन के दौरान डेक पर हाट रिफ्यूलिंग भी शामिल थी।

शक्ति इंजनों और अत्याधुनिक ग्लास काकपिट से लैस

यह हेलीकाप्टर शक्ति इंजनों और अत्याधुनिक ग्लास काकपिट से लैस है। इसमें अत्याधुनिक सर्विलांस रडार और इलेक्ट्रो-आप्टिकल सेंसर भी लगा है जो क्रमश: 120 नाटिकल मील की दूरी से जहाजों व नौकाओं की पहचान और 30 नाटिकल मील से छोटी से छोटी नौका की निगरानी कर सकता है।  एएलएच ध्रुव आइसीजी की क्षमताओं को बढ़ाएगा। 16 एएलएच के समझौते के तहत एचएएल ने हाल ही में तटरक्षक दल को एएलएच ध्रुव एमके-3 एमआर की आपूर्ति की है।

हेलीकाप्टर अभियानों में तैनाती के लिए तैयार

एचएएल के सीएमडी आर. माधवन ने कहा, 'इन परीक्षणों ने जहाजों से आपरेशंस को अंजाम देने की एएलएच ध्रुव की क्षमता को साबित किया है। जिन अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया उनमें निगरानी, तलाशी एवं बचाव और तेल रिसाव से निपटने का प्रदूषणरोधी अभियान शामिल है।' उन्होंने कहा कि क्षमताओं के सफल प्रदर्शन के बाद अब यह हेलीकाप्टर अभियानों में तैनाती के लिए तैयार है।