'PM Modi सनातन धर्म का प्रतीक हैं', अखिल हिंदू महासभा के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ में पढ़े कसीदे
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन धर्म के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब यूपीए सरकार थी तो हम सत्तारूढ़ सरकार से धार्मिक शहर के विकास पैकेज की मांग करते थे लेकिन वे हमें नजरअंदाज करते थे। वहीं पीएम मोदी ने हिंदू के स्वाभिमान को जगाया है।
एएनआई, नई दिल्ली। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन धर्म के प्रतीक हैं। साथ ही, उन्होंने पिछली सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यूपीए सरकार के दौरान एक राज्य स्तर के मंत्री को भगवान रामलला के अयोध्या जाने में भी शर्म महसूस होती थी।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री का धार्मिक स्थलों का दौरा उन लोगों के लिए एक संदेश है, जो धर्मनिरपेक्षता के नाम पर तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं।
'पिछली सरकार हमारी बातों को अनसुना करती रही'
स्वामी चक्रपाणी ने कहा, "पीएम मोदी निश्चित रूप से आज सनातन के प्रतीक हैं। जिस तरह से उन्होंने हिंदू के स्वाभिमान को जगाया है, वह अपने आप में अद्वितीय है। मुझे याद है जब यूपीए सरकार थी, तो हम सत्तारूढ़ सरकार से धार्मिक शहर के विकास पैकेज की मांग करते थे, लेकिन वे हमें नजरअंदाज करते थे।"दरअसल, बीते शनिवार को पीएम मोदी अयोध्या दौरे पर थे, जिस दौरान उन्होंने अयोध्या को करोड़ों की सौगात दी है। उस दौरे के एक दिन बाद ही अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रमुख का यह बयान सामने आया है।
'मंत्रियों को अयोध्या जाने में शर्म आती थी'
चक्रपाणि ने कहा, "यहां तक कि किसी राज्य स्तर के मंत्री को भी अयोध्या जाने और वहां दर्शन करने में शर्म महसूस होती थी, लेकिन आज देश के प्रधानमंत्री जाते हैं और राम लला के सामने पूजा करते हैं। यह दुनिया भर के हिंदुओं का आत्म-सम्मान जगाता है।"उन्होंने कहा, "पीएम मोदी का धार्मिक स्थलों का दौरा उन लोगों के लिए एक बड़ा संदेश है, जिन्होंने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर केवल मुसलमानों को खुश करने और हिंदुओं को अपमानित करने का काम किया।"