अमेरिका एकमात्र ऐसा देश, जिसने युद्ध में परमाणु हथियारों का किया था इस्तेमाल; बनाए हैं जनसंहार के कई वेपन्स
रासायनिक हथियारों का उपयोग सदियों से युद्ध में किया जाता रहा है लेकिन 1993 में रासायनिक हथियार सम्मेलन (सीडब्ल्यूसी) पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से उनके उपयोग पर अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत प्रतिबंध लगा दिया गया है।
By Ashisha Singh RajputEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 09 May 2023 10:33 PM (IST)
नई दिल्ली, आशिषा सिंह राजपूत। संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक होने के लिए जाना जाता है। अमेरिका ने कई शक्तिशाली हथियार विकसित किए हैं। कुछ हथियारों ने देश को युद्ध की स्थिति में जीत हासिल करने में मदद की है। वहीं, अन्य अस्त्रों के कारण व्यापक विनाश हुआ है।
इस शक्ति के साथ अमेरिका ने कई बार बड़ी जिम्मेदारियां भी उठाई है। दुनिया भर में अपने हितों और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए अमेरिका ने सैन्य शक्ति का उपयोग किया है। इस लेख में हम अमेरिका द्वारा बनाए गए कुछ सबसे खतरनाक हथियारों पर नजर डालेंगे, जो कई बार कहर बरपा चुके हैं या जो भविष्य में बड़े खतरे की घंटी बजा सकते हैं-
परमाणु हथियार
संयुक्त राज्य अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है, जिसने विनाशकारी परिणामों के साथ युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी के जापानी शहरों पर परमाणु बम गिराए, जिसमें अनुमानित 200,000 लोग मारे गए। तब से, अमेरिका ने परमाणु हथियारों का एक बड़ा भंडार बनाए रखा है, अनुमान है कि वर्तमान में इसकी संख्या लगभग 5,800 है।परमाणु हथियारों का उपयोग एक विवादास्पद विषय बना हुआ है, और उनके अस्तित्व ने वैश्विक हथियारों की होड़ को जन्म दिया है। आकस्मिक या जानबूझकर परमाणु युद्ध की संभावना एक बहुत ही वास्तविक खतरा बनी हुई है, और परमाणु संघर्ष के परिणाम विनाशकारी होंगे। बता दें कि इस बम को जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर ने बनाया था। इन्हें फादर ऑफ एटॉमिक बॉम्ब कहा जाता है।
रासायनिक हथियार
रासायनिक हथियारों का उपयोग सदियों से युद्ध में किया जाता रहा है, लेकिन 1993 में रासायनिक हथियार सम्मेलन (सीडब्ल्यूसी) पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद से उनके उपयोग पर अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत प्रतिबंध लगा दिया गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1997 में सीडब्ल्यूसी पर हस्ताक्षर किए और घोषणा की कि उसने अपने सभी रसायनों को नष्ट कर दिया है।
हालांकि, शीत युद्ध के दौरान अमेरिका के पास रासायनिक हथियारों का एक महत्वपूर्ण भंडार था, जिसमें सरीन और वीएक्स जैसे तंत्रिका ( nerve) एजेंट शामिल थे। इन हथियारों को अब तक बनाए गए सबसे घातक रासायनिक एजेंटों में से एक माना जाता था, जिसमें एक ही हमले में हजारों लोगों को मारने की क्षमता थी।