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सेमीकंडक्टर उत्पादन में अमेरिका देगा भारत को सहयोग, 10 मार्च को कई अन्य मुद्दों पर होगी दोनों देशों में बातचीत

10 मार्च को अमेरिका व भारत के वाणिज्य मंत्रियों के बीच वाणिज्यिक वार्ताग्रीन टेक्नोलॉजी डिजिटल ग्रोथ ट्रैवल व टूरिज्म व स्टार्टअप में सहभागिता के मुद्दों पर बातचीत होगी। इस बैठक में भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण को लेकर दोनों देशों के बीच किसी सकारात्मक नतीजे पर पहुंचने की पूरी संभावना है।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Thu, 09 Mar 2023 10:19 PM (IST)
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अमेरिकी कंपनियों को सप्लाई चेन के लिए भारत से काफी उम्मीद
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सेमीकंडक्टर के निर्माण में अमेरिका भारत को सहयोग देने के लिए अपना मन बना चुका है। वाणिज्यिक वार्ता एवं सीईओ फोरम बैठक के लिए इन दिनों भारत के दौरे पर आई अमेरिका की वाणिज्य मंत्री गिना रेमॉनडो ने गुरुवार को कहा कि सेमीकंडक्टर के लिए दुनिया काफी हद तक ताइवान पर निर्भर है।

शुक्रवार को होगी बातचीत

इस मसले पर हम भारत समेत अपने सहयोगी देशों के साथ बातचीत करना चाहते हैं। अमेरिका भारत के साथ सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए औपचारिक बातचीत करेगा। शुक्रवार को भारत के वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ नई दिल्ली में रेमॉनडो की वाणिज्यिक बैठक होने जा रही है।

भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण को लेकर होगी चर्चा

सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण को लेकर दोनों देशों के बीच किसी सकारात्मक नतीजे पर पहुंचने की पूरी संभावना है। इसके अलावा सप्लाई चेन, ग्रीन टेक्नोलॉजी, डिजिटल ग्रोथ, ट्रैवल व टूरिज्म, स्टार्टअप जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच बातचीत होगी। ये सभी मुद्दे औद्योगिक क्रांति 4.0 से जुड़े हैं जिनमें भारत दुनिया का नेतृत्व करना चाहता है।

निवेश की संभावना

सप्लाई चेन को लेकर भी अमेरिकी कंपनियां भारत को विकल्प के रूप में देख रही हैं। ये कंपनियां भारत में वैकल्पिक सप्लाई चेन तैयार करने को लेकर निवेश की संभावना तलाश रही है। लेकिन अमेरिकी कंपनियां निवेश से पहले कई चीजों को लेकर आश्वस्त होना चाहती है जिन्हें लेकर शुक्रवार को दोनों देशों के बीच होने वाली बैठक में चर्चा होगी। इंडो-पेसेफिक इकोनॉमिक फोरम (आईपीईएफ) के तहत व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए भारत व अमेरिका के बीच चर्चा होगी ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के वर्चस्व को खत्म किया जा सके।

भारत का डिजिटल ग्रोथ

वर्ष 2019 के बाद से भारत व अमेरिका के बीच इस स्तर की वाणिज्यिक वार्ता नहीं हुई है। इसलिए शुक्रवार को होने वाली वार्ता को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। भारत के डिजिटल ग्रोथ से अमेरिका पहले से ही प्रभावित है और दोनों देशों के बीच बातचीत में अमेरिका में यूपीआई के इस्तेमाल शुरू करने पर चर्चा हो सकती है।